सृजित अवस्थी/पीलीभीत. बीते दिनों पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज से सटे इलाके में तेंदुए का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया था. मौत का कारण जानने के लिए एनटीसीए की टीम की मौजूदगी में तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था. अब रिपोर्ट में तेंदुए की मौत की वजह सामने आई है. दरअसल, बीते दिनों उत्तर प्रदेश के दुधवा नेशनल पार्क में बाघों और तेंदुए की लगातार हो रही मौतें सुर्ख़ियों में थी.

शासन की ओर से भी पूरे मामले में लापरवाह अधिकारियों पर एक्शन लिया गया था. इस बीच 13 जून की सुबह पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की माला रेंज से सटे बैजूनगर गांव में जंगल से महज 15 मीटर दूर एक खेत में तेंदुए का शव मिलने की खबर सामने आई. वन विभाग के आला अधिकारी मामले की जांच पड़ताल करने फ़ौरन मौक़े पर पहुंचे. तेंदुए के शरीर पर चोट या फिर किसी तरह के कोई निशान नहीं थे. ऐसे में तेंदुए की मौत का कारण सबके लिए चिंता का सबब था.

गर्मी और भूख में गई तेंदुए की जानमौत की वजह जानने के लिए तेंदुए के शव को बरेली स्थित आईवीआरआई भेजा गया था. अब आईवीआरआई की ओर से तेंदुए की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. बरेली आईवीआरआई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. केपी सिंह के मुताबिक तेंदुए की उम्र तकरीबन 1 से 1.5 साल की थी. मौत से पहले तेंदुए का यह शावक तकरीबन 76 घंटो से भूखा था. साथ ही साथ वह हीटस्ट्रोक का भी शिकार हुआ था.

खेत में नहीं थे पगमार्कके निशानतेंदुए का शव जिस खेत में मिला था. वहां उसके पगमार्क नहीं मिले थे. ऐसे में वन्यजीव प्रेमियों के बीच तेंदुए की मौत पर सवाल खड़े किए जा रहे थे. वहीं अधिकारियों ने भीड़ अधिक होने के चलते पगमार्क मिटने का तर्क दिया था. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस रहस्य से भी पर्दा उठ चुका है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 15, 2023, 21:44 IST



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