सौरव पाल/मथुरा : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा लगातार भूमाफियाओं के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जा रही है लेकिन सरकार के कड़े रुख के बावजूद भी भूमाफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे है. ताज़ा मामला वृंदावन से सामने आया है जहां भूमाफियाओं ने 250 साल पुराने मंदिर की संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेच दिया.

दरअसल, वृंदावन के सबसे प्राचीन मंदिरों में शामिल ठाकुर श्री कृष्ण चंद्रमा जी महाराज मंदिर जिसे लाला बाबू का मंदिर भी कहा जाता है. इसी मंदिर में फर्जी दस्तावेजों के सहारे भूमाफियाओं ने मंदिर की करीब 5000 वर्ग गज की जमीन को बेच दिया. जिसमें मंदिर ठीक सामने का बगीचा और मंदिर परिसर के अंदर की जमीन शामिल है. इसमें मंदिर के मौजूदा सेवायत पुजारी निवास करते है.

इस मंदिर को कलकत्ता के सेठ कृष्ण चंद्र लाला बाबू ने आज से करीब 250 साल पहले सन् 1810 में स्थापित किया था. जिस वजह से इस मंदिर का पौराणिक महत्व भी है और इस मंदिर का संचालन भी मंदिर ट्रस्ट द्वारा कलकत्ता से किया जाता है.

समाजसेवियों ने की जिलाधिकारी से शिकायतजब हमने इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि नियमों के तहत जो भी मंदिर 100 वर्ष से ज्यादा पुराना होता है वह पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आ जाता है. साथ ही मंदिर की संपत्ति के मालिक कोई ट्रस्ट या सेवायत नहीं होता बल्कि मंदिर में विराजमान भगवान होते है और जिन्हें नियमों के आधार पर नाबालिक माना जाता है. जिस वजह से मंदिर को बेचा खरीदा नहीं जा सकता.

इसके बावजूद भी भूमाफियाओं ने इस मंदिर की हजारों गज की जमीन फर्जी ट्रस्ट बना कर फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेच दी. जिसके खिलाफ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को पत्र लिख के इसके खिलाफ विरोध जताया है और कार्रवाई करने की मांग की है. साथ जल्द ही इस मामले में PIL भी दाखिल की जाएगी जिससे ब्रज के पौराणिक और ऐतिहासिक लाला बाबू मंदिर को भूमाफियाओं से बचाया जा सके.
.Tags: Local18, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 08, 2023, 17:09 IST



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