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कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती. उत्तर प्रदेश सरकार कायाकल्प योजना के तहत लगातार सरकारी स्कूलों की दिशा और दशा सुधारने का कार्य कर रही है. लगातार प्राथमिक विद्यालयों की दशा में सुधार भी देखने को मिल रहा है. बड़े पैमाने पर स्कूलों की बाउंड्री वॉल और फर्नीचर भी लगाए जा रहे हैं. ताकि बच्चों को अच्छी सुविधा मिल सके. लेकिन बस्ती जिले में अब भी कई ऐसे सरकारी विद्यालय हैं. जहां पर दशकों से छात्रों के आने जाने का रास्ता तक नहीं है.आज भी बच्चे और टीचर खेत की पगडंडी से स्कूल आने जाने को मजबूर हैं.

बस्ती जनपद में लगभग एक दर्जन ऐसे प्राइमरी विद्यालय है जहां स्कूल जाने के लिए रास्ता ही नहीं है. बच्चें और शिक्षक पगडंडी के सहारे स्कूल जानें को मजबूर हैं.  बारिश के दिनों में तो खेतों में पानी भर जाने से छात्रों और टीचरों को पानी ने घुस कर विद्यालय आना जाना पड़ता है. बनकटी ब्लॉक के बांसपार, धरौली, सिरौती, किठूरी गांव के प्राथमिक विद्यालय, बहादुरपुर ब्लॉक के रामपुर प्राथमिक विद्यालय में दशकों बाद भी स्कूल तक आने जाने का रास्ता नहीं है.

स्कूल जाने का बस एक रास्ताक्लास 8 के छात्र अतुल ने बताया की स्कूल जाने का केवल यही एक रास्ता है.बारिश के दिनों में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं शिक्षक सूर्यकांत दूबे का कहना है की कई बार विभाग को इसके बारे में जानकारी दी गई है. लेकिन अब तक रास्ता नहीं बन सका है. जिसकी वजह से आने जाने में काफी समस्या होती है.बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है.बारिश के दिनों में पानी में घुस कर विद्यालय तक जाते हैं.

जमीन विवाद में नहीं मिल पा रहा रास्ताबीएसए अनुप कुमार ने बताया की इस संबंध में जानकारी ली गई है.कई ऐसे विद्यालय हैं जो काफी साल पुराने हैं.जमीनी विवाद की वजह से रास्ते का हाल नहीं निकल पा रहा है.संबंधित राजस्व विभाग और जिन लोगों की जमीन से रास्ता गुजरना है. उनसे बातचीत कर हल निकलने के लिए कहा गया है.
.Tags: Govt School, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 14:28 IST

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