ENG vs AUS News: दूसरे एशेज टेस्ट के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के क्रिकेटर्स से भिड़ने के लिए 3 सदस्यों को सस्पेंड करने के तुरंत बाद मैरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने यह फैसला किया है कि अब से सदस्य लॉर्ड्स लॉन्ग रूम से अंदर या बाहर टहल रहे खिलाड़ियों के करीब नहीं जाएंगे. लॉर्ड्स में सदस्यों को लॉन्ग रूम के माध्यम से मैदान में प्रवेश करने और बाहर निकलने पर खिलाड़ियों से दूर कर दिया जाएगा, एमसीसी ने यह निर्णय दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान अपने व्यवहार से एमसीसी को शर्मसार करने वाले अनियंत्रित सदस्यों की हरकत के बाद लिया है.
लॉर्ड्स टेस्ट में शर्मनाक हरकत के बाद लिया गया बड़ा फैसलानए नियम रविवार से लागू होंगे जब ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम महिला एशेज सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी. एमसीसी को खचाखच भीड़ की उम्मीद है और ऐसा लगता है कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उसने यह फैसला लिया है. यह फैसला एमसीसी और उसके सदस्यों की कड़ी आलोचना के बाद आया है, जब लॉन्ग रूम के अंदर के वीडियो फुटेज में ऑस्ट्रेलियाई लोगों की ओर भेजे गए संदेश  को दिखाया गया था, जिन्हें कई स्तरों पर “धोखेबाज़” कहा गया था, क्योंकि वे अंग्रेजी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की विवादास्पद स्टंपिंग के बाद सीढ़ियां चढ़ रहे थे.
अब कोई सपने में भी नहीं सोच पाएगा ऐसा
एमसीसी ने अपने सदस्यों को यह भी चेतावनी दी है कि अगर ऐसी घटनाएं दोहराई गईं तो सख्त रुख अपनाया जाएगा. एमसीसी के मुख्य कार्यकारी मार्क लैवेंडर ने कहा कि खिलाड़ियों के इतने करीब आने का विशेषाधिकार भविष्य के खेलों पर प्रभाव डालेगा और इसके बजाय उन्हें दूर कर दिया जाएगा. लैवेंडर ने कहा, ‘जब टीमें मैदान पर या मैदान से बाहर आ रही हों तो हम सीढ़ियों के अंदर और उसके आसपास सदस्यों की पहुंच को प्रतिबंधित कर देंगे. उन अवधियों के दौरान, सदस्यों को भूतल या टॉप मंजिल के स्तर पर प्रतीक्षा करने की आवश्यकता होगी, किसी की भी सीढ़ी तक पहुंच नहीं होगी.’
व्यवहार पर सख्त रुख
लैवेंडर ने कहा, ‘क्लब सदस्यों के सामान्य व्यवहार पर सख्त रुख अपनाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि सदस्य न केवल इस संबंध में हमारे प्रबंधकों की बातों पर ध्यान देंगे बल्कि एक-दूसरे के व्यवहार पर भी निगरानी रखेंगे. हममें से किसी के लिए भी दूसरों पर दोषारोपण की उंगली उठाना अस्वीकार्य है, जब तक कि जब हम ऐसे व्यवहार देखते हैं जो सदस्यों से अपेक्षा से कम होते हैं और हम खुद हस्तक्षेप करने को तैयार नहीं होते हैं.’ उनकी टिप्पणी एमसीसी अध्यक्ष ब्रूस कार्नेगी-ब्राउन द्वारा सदस्यों को लिखे एक लंबे पत्र में व्यवहार की बेहद आलोचना करने के बाद आई है. एमसीसी अध्यक्ष ब्रूस कार्नेगी-ब्राउन ने लिखा, ‘कैमरे पर दिखाए गए सदस्यों ने एमसीसी को शर्मसार किया है. उनकी हरकतें क्रिकेट के खेल को बढ़ावा देने और जश्न मनाने के लिए हमारे क्लब द्वारा की जाने वाली सकारात्मक चीजों को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों में बाधा डालती हैं.’



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