कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती. बस्ती जनपद के सरयु नदी के तट पर स्थित हजारों की आबादी एक बार भी प्रवासी जिंदगी जीने को मजबूर हो गई है. पहाड़ों पर भारी बारिश से जहां नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं अब पहाड़ी बारिश से सरयू नदी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. शारदा बैराज से छोड़ा गया बारिश का पानी बस्ती जिले में भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है.शारदा व सरयू बैराज से छोड़े गए चार लाख इक्कानबे हज़ार क्यूसेक पानी ने 2 दिन बाद दुबौलिया ब्लॉक के सुबिखाबाबू सहित आधा दर्जन गांव को पूरी तरह अपनी जद में ले लिया है. गाँव चारो तरफ से पानी से घिर गया है लोगों पर घर छोड़कर जाने को विवश हो गए हैं. नाव लगाई गई है, ग्रामीण दो से ढाई किलोमीटर की दूरी डोंगी और नाव से तय करके बंधे तक आते है. मौजूदा आलम यह है कि नदी का फैलाव इतना बढ़ चुका है कि हर तरफ पानी ही पानी है. जिससे लोग अपने सामान लेकर बंधे की तरफ आना शुरू कर चूके हैं.लाल निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बहर रहा पानीसरयू नदी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है. नदी अपने खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. कटरिया में एल्गिन से 64 सेंटीमीटर ऊपर नदी का जल स्तर पहुंचता दिख रहा है. जिले के आलाधिकारी भी लगतार मॉनिटरिंग कर रहे है. चार लाख इक्कानबे हज़ार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के दौरान जिला प्रशासन ने पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया था. किसानों की फसलें व जमीन को सरयू के विकराल रूप में अपने आगोश में ले लिया है. किसानों को जनवरो के चारे के भी लाले पड़ रहे है. कुछ तो नदी की धारा में विलीन हो गए और जो बचे है उसपर भी ग्रामीणों को डर सता रहा है. पानी मे जाकर ग्रामीण चारा काट कर बंधे पर एकत्र कर रहे हैं.रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा प्रशासनजिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए सभी प्रकार की व्यवस्थाओ को पूरा कर लिया गया है. प्रशासनिक टीमें स्टीमर से जाकर ग्रामीणों से मुलाकात कर गांव से बाहर आने की अपील कर रहे हैं. गाँव से निकलकर आने वाले बाढ़ पीड़ित शरणर्थियो के लिए कैम्प की भी व्यवस्था की गई है. सुबिखाबाबू में एक स्टीमर व 6 नाव भी ला गई गयी हैं. साथ ही मेडिकल कैम्प और लोगों के खाने पीने की भी पूरी व्यवस्था की गई है..FIRST PUBLISHED : August 14, 2023, 23:25 IST



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