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हाइलाइट्समामले की शिकायत होने पर विजिलेंस ने जांच की और आरोपों को सही पाया था.पूर्व आईएएस रामविलास की लखनऊ में कई बेशकीमती संपत्तियों का पता चला है.पूर्व IAS रामविलास यादव साल 2013 से 16 तक उत्तराखंड सरकार में कार्यरत थे. प्रयागराज. उत्तराखंड सरकार में अपर सचिव रहे पूर्व आईएएस अफसर रामविलास यादव के खिलाफ मनी लाॉंड्रिंग का केस दर्ज किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा मनी लाॉंड्रिंग केस दर्ज होने के बाद पूर्व आईएएस रामविलास यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईडी की प्रयागराज यूनिट ने रामविलास यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
केस दर्ज होने के बाद अब ईडी की टीम अब रामविलास यादव की अवैध संपत्तियों का पता लगाकर उसे जब्त करेगी. जांच के दायरे में पूर्व आईएएस रामविलास की पत्नी कुसुम व परिवार के अन्य लोग भी रहेंगे. पूर्व आईएएस रामविलास यादव साल 2013 से 2016 तक उत्तराखंड सरकार में अपर सचिव के पद पर कार्यरत थे. उन पर आरोप है कि इस दौरान उन्होंने करोड़ों का भ्रष्टाचार किया.
मामले की शिकायत होने पर विजिलेंस ने जांच की और आरोपों को सही पाया था. जिसके बाद विजिलेंस ने इसी साल 14 अप्रैल को रामविलास यादव के खिलाफ देहरादून में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. विजिलेंस रिपोर्ट के आधार पर ही ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है.
पूर्व अपर सचिव रामविलास यादव ने लखनऊ के गुडंबा इलाके में सरकारी जमीन पर जनता विद्यालय भी खोला था. इसके साथ ही लखनऊ में उनकी कई बेशकीमती संपत्तियों का पता चला है. काली कमाई के आरोपी रामविलास यादव ने पत्नी कुसुम व बेटी शिवांगी के नाम पर गाजीपुर- लखनऊ और गाजियाबाद में भी संपत्तियां बनाई हुई हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: ED investigation, Money Laundering Case, UP Government, UP newsFIRST PUBLISHED : October 01, 2022, 13:14 IST

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