हरिकांत शर्मा/आगरा. आगरा की ट्रांस यमुना कॉलोनी से आवारा कुत्तों से जुड़ा एक पेचीदा मामला सामने आया है. दरअसल, ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस वन ए ब्लॉक मकान नंबर 375 के एक कमरे में आवारा कुत्ते बंद हैं. मकान मालिक नीरज कुमार ने खुद इन आवारा कुत्तों को इस कमरे में बंद किया है. बस सुबह शाम इन कुत्तों को खाना खिलाने के लिए आते हैं और इस कमरे का ताला बंद कर चले जाते हैं. इसके पीछे की वजह दिलचस्प है. नीरज कुमार खुद डॉग लवर हैं. जिस घर में कुत्ते बंद हैं 1 साल पहले उस घर में खुद नीरज कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे.नीरज को आवारा कुत्ते पालने का शौक था. वह 1 दर्जन से अधिक कुत्तों को पालते थे और उन्हें रोजाना खाना भी खिलाते थे, लेकिन साल भर पहले उन्होंने अपना घर खाली कर दिया और दूसरी जगह शिफ्ट हो गए और यहां आवारा कुत्तों को बंद कर दिया, लेकिन अब यह आवारा कुत्ते कॉलोनी वासियों के लिए जी का जंजाल बन चुके हैं. कुत्ते कमरे में बंद होते हैं और आपस में गुर्राकर भोंकते हैं. जिससे कॉलोनी वासियों डिस्टर्ब होते हैं. मामला चौकी तक पहुंच चुका है.आवारा कुत्तों से कॉलोनी वासियों को हो रही तकलीफक्षेत्र निवासी लाखन सिंह चौहान का कहना है कि इन कुत्तों की वजह से यहां के रहने वाले लोगों परेशानी हो रही है. कुत्ते पूरे दिन भोंकते रहते हैं. रात को भी सोने नहीं देते हैं. कई बार लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से भी की है. पुलिस भी मौके पर आई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. रात भर कुत्ते चिल्लाते रहते हैं तो बच्चे भी डिस्टर्ब होते हैं. मकान मालिक को भी कई बार बोला है, लेकिन वह भी कोई एक्शन नहीं लेते. इन आवारा कुत्तों की वजह से आपको निवासियों का जीना दूभर हो रहा है.एनिमल लवर बोले- कुत्तों को कमरे में बंद रखना कहीं से भी ठीक नहींएनिमल एक्टिविस्ट विनीता अरोड़ा का कहना है कि कोई भी व्यक्ति अगर कुत्ते पालता है तो अच्छी बात है, लेकिन जानवरों को कैद करके नहीं रखा जा सकता. यह पशु क्रूरता के तहत आता है. वहीं उन्होंने कहा कि दिन-रात जानवर घरों में बंद रहते हैं. वह चिड़चिड़े हो जाते हैं और ऐसे में देखभाल के लिए कोई मौजूद भी नहीं रहता है. भले ही आप एनिमल लवर क्यों ना हो जानवरों को इस तरह से बंद करके नहीं रखा जा सकता है..FIRST PUBLISHED : June 05, 2023, 16:00 IST



Source link