अभिषेक जायसवाल/वाराणसी : यूपी के वाराणसी में कैंसर के आंकड़ें डरा रहे हैं. जिले में बीते 6 साल में 15 हजार से ज्यादा कैंसर के मरीज सामने आ चुकें है. इसमें पुरुषों की संख्या महिलाओं से करीब 20 फीसदी ज्यादा है. वर्ल्ड कैंसर डे से पहले होमी भाभा कैंसर संस्थान और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र के पॉप्यूलेशन बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री (पीबीसीआर) ने ये आंकड़ा जारी किया है. बता दें कि पुरुषों और महिलाओं में कैंसर की अलग-अलग वजह है.

पीबीसीआर के आंकड़ों के मुताबिक, वाराणसी में साल 2017 से लेकर अब तक 15725 कैंसर मरीजों की पहचान हुई है और इनका  वाराणसी के कैंसर संस्थान में इलाज जारी है. इसमें 8596 पुरूष और 7129 महिलाएं है. पॉप्यूलेशन बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री की प्रभारी डॉ. दिव्या खन्ना ने बताया कि पुरुषों में सबसे ज्यादा कैंसर के मामले मुंह के है. इसके अलावा फेफड़े, लिवर और गॉल ब्लैडर के मरीज भी मिलें है. इसके अलावा महिलाओं में स्तन, मुंह, गर्भाशय ग्रीवा, गॉल ब्लैडर कैंसर मरीजों की संख्या ज्यादा है.

मुंह के कैंसर से पीड़ित मरीजों की संख्या ज्यादाकुल मिलाकर बात करें तो वाराणसी में मुंह के कैंसर मरीजों की संख्या ज्यादा है.जिसमे पुरूष और महिलाएं शामिल है. मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू और पान सुपारी के उत्पादों का सेवन करना है. कैंसर खतरनाक बीमारी है लेकिन यदि समय रहते इसकी पहचान हो जाए तो इसका इलाज भी सम्भव है.

1 लाख 39 हजार लोगों की स्क्रीनिंगइसी मंत्र के साथ होमी भाभा कैंसर संस्थान और महामना पण्डित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र इसकी पहचान के लिए वृहद स्तर पर जांच अभियान चला रहा है. 2020 से शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक 1 लाख 39 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनके स्क्रीनिंग के बाद मुंह, स्तन, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर मरीजों की पहचान हुई है. इसमे कैंसर जैसे लक्षण वाले 6300 मरीजों की पहचान हुई.
.Tags: Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : February 3, 2024, 15:39 IST



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