UP Board Result 2024: माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 की कापियों के मूल्यांकन का कार्य आज पूरा कर लिया गया बताया जा रहा है कि कॉपियों का मूल्‍यांकन कार्य तय समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है. बताते चलें कि यूपी बोर्ड ने महज 12 कार्य दिवसों में यह मूल्यांकन कार्य पूरा किया है. यूपी बोर्ड की तकरीबन 2 करोड़ 85 लाख कापियों का मूल्यांकन 16 मार्च से 31 मार्च के बीच मूल्यांकन कार्य होना था, जिसे एक दिन पहले ही यूपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य पूरा कर लिया. जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि जल्‍द ही रिजल्‍ट भी जारी कर दिया जाएगा. मूल्यांकन कार्य पूरा होने के बाद यूपी बोर्ड रिजल्ट जारी करने की  तैयार में जुट गया है. सूत्रों की मानें तो यूपी बोर्ड अप्रैल के तीसरे हफ्ते में कभी भी रिजल्ट जारी कर सकता है. उम्‍मीद जताई जा रही है कि 15 से 22 अप्रैल के बीच नतीजे आ सकते हैं, हालांकि बोर्ड की ओर से अभी कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है.

1.47 लाख परीक्षक किए गए थे नियुक्‍तयूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्‍यांकन के लिए 01 लाख 47 हजार 097 परीक्षकों को नियुक्त किए गए थे और प्रदेश भर में मूल्यांकन के लिए कुल 259 केंद्र बनाए गए थे. हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के लिए 131 और इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 116 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे. 13 मिश्रित मूल्यांकन केंद्रों पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरा हुआ है. निर्धारित किए गए कुल 260 मूल्यांकन केंद्रों में से 83 राजकीय और 177 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे.

कब हुई थी परीक्षायूपी बोर्ड की परीक्षाएं कुल 12 दिनों में कराई गई थी. यूपी बोर्ड की ओर से 22 फरवरी से 9 मार्च के बीच हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आयोजित की गई थी, हालांकि होली के त्यौहार के चलते यूपी बोर्ड में 24 से लेकर 26 मार्च तक अवकाश भी था. इसके अलावा कापियों को लेकर मुजफ्फरनगर गए एक शिक्षक की पुलिसकर्मी द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में भी कई जिलों में शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार भी किया था. इसके बावजूद यूपी बोर्ड ने तय समय से पहले ही कापियों का मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया है.

तीन लाख परीक्षार्थियों ने छोड़ दी थी परीक्षाबता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल की सख्ती के चलते कुल 3 लाख 24 हजार 08 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी. हाईस्कूल में एक लाख 84 लाख 986 और इंटरमीडिएट में एक लाख 39 हजार 22 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी थी, जबकि हाई स्कूल और इंटर को मिलाकर कुल 55 लाख 25 लाख 308 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. हाईस्कूल में कुल 29 लाख 99 हजार 507 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जबकि इंटरमीडिएट में 25 लाख 25 हजार 801 परीक्षार्थी पंजीकृत थे.

बोर्ड सचिव ने क्‍या कहायूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नकल विहीन परीक्षा और शुचिता पूर्ण मूल्यांकन यूपी बोर्ड के मार्गदर्शक सिद्धांत रहे हैं. देश के सर्वाधिक परीक्षार्थी वाले बोर्ड के लिए व्यवधानरहित नकल मुक्त परीक्षा का आयोजन एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन नकल मुक्त परीक्षा और शुचिता पूर्ण मूल्यांकन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, अभिनव रणनीति और बोर्ड मुख्यालय में पहली बार स्थापित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा सभी परीक्षा केंद्रों और स्ट्रांग रूम की 24 घंटे सतत निगरानी से यह कार्य संभव हो सका. यूपी बोर्ड सचिव के मुताबिक परीक्षा के बाद प्रदेश के सभी केंद्रों की सतत निगरानी के चलते यूपी बोर्ड ने रिकॉर्ड 12 कार्य दिवसों में मूल्यांकन पूरा किया है. उनका दावा है कि इस बार मूल्यांकन कार्य अब तक के सबसे कम समय में पूरा किया गया है.
.Tags: UP Board, UP Board Exam, UP Board Examinations, UP Board ResultsFIRST PUBLISHED : March 31, 2024, 01:09 IST



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