अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: चैत्र नवरात्रि के एक दिन पहले साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. 8 अप्रैल रविवार चैत्र कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह ग्रहण लगेगा. हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक यह ग्रहण विक्रम संवत 2080 का आखरी ग्रहण है. इसके अगले दिन से हिन्दू नव वर्ष विक्रम संवत 2081 की शुरुआत होगी. इसलिए इस ग्रहण को काफी अहम माना जा रहा है.

काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय समय अनुसार रात्रि 9 बजकर 12 मिनट पर प्रारम्भ होगा जो मध्य रात्रि में 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. पंचाग के अनुसार यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका,मध्य अमेरिका,ग्रीनलैंड,आइसलैंड,उत्तर अटलांटिक महासागर,दक्षिण प्रशांत महासागर में दिखाई देगा.

12 घंटे पहले लगता है सूतक कालवैसे तो सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल की शुरुआत हो जाती है.ऐसे में सूतक काल 8 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा.लेकिन सूतक काल का असर सिर्फ उस जगह होगा जहां यह ग्रहण दिखाई देगा.भारत में ग्रहण और उसके सूतक काल कोई असर नहीं होगा.

जप तप का विशेष महत्वकिसी भी ग्रहण के वक्त देव विग्रह के स्पर्श की मनाही होती है. यही वजह है कि ग्रहण काल से पहले ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाते है.लेकिन ग्रहण के वक्त जप और तप का विशेष महत्व होता है.इस दौरान तांत्रिक भी सिद्धियों के लिए श्मशान में जप,तप करते नजर आते है.
.Tags: Local18, Surya GrahanFIRST PUBLISHED : April 6, 2024, 06:01 IST



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