Stress Management: तनाव एक शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रिया है जो किसी चुनौती या खतरे के प्रति होती है. तनाव जब लंबे समय तक बना रहता है, तो यह हमारे स्वास्थ्य और कल्याण पर गलत प्रभाव डाल सकता है. अब एक हालिया अध्ययन के अनुसार, ट्रॉमा, नौकरी जाने या रोज के तनाव से इम्यून सिस्टम तेजी से बूढ़ा होता है, जो कैंसर, दिल की बीमारी और विभिन्न संक्रमणों की आशंका को बढ़ाता है.
यह अध्ययन नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में छपा है, जिसमें उम्र के हिसाब से सेहत पर पड़ने वाले असर को समझने की कोशिश की गई है. उम्र बढ़ने के साथ यों भी इम्यून सिस्टम में कुदरती तौर पर गिरावट आती है, जिसे इम्यूनोसीनेसेंस कहते हैं. इससे शरीर में रोगों से लड़नेवाली सफेद ब्लड सेल्स डैमेज हो जाती हैं और नई सेल्स का बनना कम हो जाता है. दिल की बीमारी का खतराइम्यून सिस्टम का असमय बूढ़ा होना केवल कैंसर से नहीं जुड़ा, इससे दिल की बीमारी व निमोनिया का खतरा भी बढ़ता है. साथ ही विभिन्न दवाओं का असर भी शरीर पर कम होता है. शोधकों ने 50 से ऊपर के करीब 5744 वयस्कों के जीवन में तनाव से जुड़े प्रश्न पूछे, साथ ही साइट्रोमेट्री तकनीक के जरिए उनमें विभिन्न ब्लड सेल्स का अध्ययन किया गया.
तनाव कम करने के लिए किन आदतों को बदलें?स्वस्थ आहार खाएं: जंक फूड, कैफीन और शराब का सेवन करने से बचें. ये चीजें तनाव के लेवल को बढ़ा सकती हैं. स्वस्थ आहार खाने से आपको ऊर्जा मिलती है और आप तनाव को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं.नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम तनाव को कम करने और मूड को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है. सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम या 75 मिनट की उच्च-तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करें. इसके अलावा, सप्ताह में दो से तीन बार मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम करें.पर्याप्त नींद लें: जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आप तनाव और चिंता के लिए अधिक संवेदनशील हो जाते हैं. हर रात 7-8 घंटे की नींद लें.विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें: योग, ध्यान या प्राणायाम जैसी विश्राम तकनीकें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं.सपोर्ट सिस्टम बनाएं: दोस्तों, परिवार या थेरेपिस्ट के साथ बात करना तनाव को कम करने और समर्थन प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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