प्रयागराज : संगमनगरी में वैसे तो कई पौराणिक और धार्मिक स्थल हैं, जहां श्रद्धालुओं का तांता लगता है. लेकिन, इनके बीच 54 फीट वाले हनुमानजी की एक अलग ही महिमा है. अगर आप माघ मेले में गंगा स्नान करने आए हैं तो 54 फीट वाले हनुमानजी के दर्शन करना न भूलें, क्योंकि यह मंदिर संगम क्षेत्र के करीब ही है. यहां हर मंगलवार और शनिवार को भक्तों की भारी भीड़ जुटती है.प्रयागराज में माघ मेला, अर्ध कुंभ या महाकुंभ के दौरान जो भी लोग दर्शनों के लिए आते हैं, वो हनुमानजी की इस विशाल प्रतिमा को देखते ही वहां खिंचे चले जाते हैं. 54 फीट की विशालकाय प्रतिमा होने के कारण यह दूर से ही दिखती है. मान्यता है कि इस मंदिर में एक बार बजरंगबली के दर्शन करने से सभी कष्टों का निवारण हो जाता है. इसके अलावा संतान की कामना लेकर भी यहां लोग आते हैं.मंदिर में 111 छोटे शिवलिंग भी हैंप्रयागराज के झूंसी में स्थापित 54 फीट के हनुमान मंदिर में 111 छोटे-छोटे शिवलिंग भी देखने के लिए मिलेंगे. इनमें नर्वदेश्वर शिवलिंग भी हैं. नर्वदेश्वर शिवलिंग, जो नर्मदा नदी में मिलते हैं. मान्यता है कि नर्मदा नदी एक ऐसी नदी है, जिसमें से निलके हर पत्थर में शिव हैं. इसके अलावा, यहां पर दुर्गाजी की विशाल प्रतिमा है. साथ ही इस मंदिर में राम-सीता राधा-कृष्ण, लक्ष्मी-नारायण की भी प्रतिमाएं हैं.दस वर्षों से इस मंदिर में दर्शन करने आती हैं राजेश्वरीमाघ मेले में कल्पवास कर रहीं राजेश्वरी ठाकुर ने बताया कि वह 10 सालों से कल्पवास कर रही हैं. जब भी यहां आती हैं तो 54 फीट वाले हनुमानजी के दर्शन जरूर करती हैं. इनकी कृपा से उनके घर में सुख और शांति व्याप्त है. बताया, जब उनके पुत्र को संतान की प्राप्ति नहीं हो रही थी, तब 54 फीट वाले हनुमानजी के दर्शन के साल भर के भीतर ही उनके पुत्र को संतान की प्राप्ति हुई.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 19, 2023, 19:24 IST



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