लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम थाना में तैनात महिला सिपाही सरिता शुक्ला ‘वर्दी वाली टीचर’ के नाम से मशहूर हो रही हैं. पुलिस की ड्यूटी के साथ वो गरीब परिवारों के बच्चों को नि:शुल्क पढ़ा कर उनमें शिक्षा की अलख जगा रही हैं. जानकीपुरम के मुलायम चौराहा के पास फुटपाथ पर सरिता शुक्ला रोजाना करीब 20 से 30 बच्चों को पढ़ाती हैं. सरिता को पढ़ाने का शौक हमेशा से रहा है. जब उनकी नजर सड़क के किनारे खेलते और घूमते हुए गरीब बच्चों पर पड़ी तो उन्होंने उनको साक्षर बनाने की ठानी.लगभग पांच बच्चों से शुरू हुई उनकी कक्षा आज 30 बच्चों तक पहुंच गई है. सरिता खुले आसमान के नीचे फुटपाथ पर करीब दो घंटे रोजाना बच्चों को पढ़ाती हैं. शाम के 4.30 बजे उनकी कक्षा लगती है जो 6.30 बजे खत्म होती है. सरिता शुक्ला बच्चों को न सिर्फ शिक्षित करती हैं बल्कि उन्हें कॉपी-किताब भी उपलब्ध कराती हैं. आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे यहां आते हैं और मन लगाकर पढ़ते हैं. सरिता नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक के बच्चों को सभी विषय पढ़ाती हैं.सरिता शुक्ला बताती हैं कि आज अगर वो उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी कर रही हैं तो यह शिक्षा की ताकत है. ऐसे में जो आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे हैं वो भी देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें इसीलिए उन्होंने यह बीड़ा उठाया है.ड्यूटी खत्म होते ही पहुंच जाती हैं बच्चों के पाससरिता शुक्ला ने बताया कि उनकी दो शिफ्ट में ड्यूटी होती है. जब सुबह ड्यूटी होती है तो शाम को बच्चों को पढ़ाती हैं और जब नाइट ड्यूटी होती है तो सुबह बच्चों को पढ़ाती हैं. उन्हें इस कार्य के लिए उनके विभाग की ओर से प्रशस्ति पत्र दिया गया है.वहीं, अभिभावक मीरा ने बताया कि उनके बच्चे अब पढ़-लिख लेते हैं और मन लगाकर पढ़ाई भी कर रहे हैं. न्यूज़ 18 लोकल ने जब बच्चों से बात की तो उन्होंने कहा कि वर्दी वाली टीचर अच्छी तरह पढ़ाने के साथ हम सबको बहुत प्यार करती हैं. उनका पढ़ाया हुआ हमें बहुत आसानी से समझ में आ जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 17:12 IST



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