विशाल भटनागर/मेरठ: ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले जो युवा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पीएचडी करना चाहते हैं, ऐसे सभी युवाओं के लिए राहत भरी खबर है. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इसी सत्र से सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं को पीएचडी भी कराई जाएगी. इसको लेकर प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है. बता दें कि तमाम छात्र प्राइवेट यूनिवर्सिटी में अधिक खर्च होने की वजह से पीएचडी नहीं कर पा रहे थे.

सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर प्रो. नीरज सिघंल ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के निर्देशानुसार विभाग में तीन पाठ्यक्रम में जल्द ही पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी. इन तीन पाठ्यक्रम में कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिक एंड इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर एंड फूड पाठ्यक्रम शामिल है. इसमें यूजीसी नेट, गेट एवं एंट्रेंस प्रवेश परीक्षा के माध्यम से 50 /50 के हिसाब से सीट भरी जाएंगी.

गाइड की भी हो चुकी है नियुक्तिडॉ नीरज सिंघल ने बताया कि पीएचडी करने के लिए शासन की दिशा निर्देश अनुसार जिन मानकों का ध्यान रखना होता है. उनका ध्यान में रखते हुए गाइड की नियुक्ति भी की जा चुकी है. शुरुआती दौर में 32 सीट तीन पाठ्यक्रम में के लिए स्वीकृत हुई है.जिसमें कंप्यूटर साइंस के लिए 16, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के लिए 8 और एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के लिए 8 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया होगी. हालांकि अभी फीस तो निश्चित नहीं हुई है, लेकिन विश्वविद्यालय परिसर में जो अन्य पाठ्यक्रमों में पीएचडी की फीस ली जा रही है. उसी अनुसार सरकारी फीस में ही छात्रों को यह सुविधा मिल सकेगी.

बहरहाल, लंबे समय से स्टूडेंट पीएचडी की मांग कर रहे थे. अब उनकी मांग पूरी होने को है. वहीं, छात्रों को प्राइवेट यूनिवर्सिटी की लाखों की फीस से भी छुटकारा मिलेगा.
.Tags: Local18, Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 16:42 IST



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