शाश्वत सिंह/झांसी : बुंदेलखंड में गेंहू की कटाई हो चुकी है. अब किसान अगली फसल लगाने की तैयारी में हैं. जायद फसलों के इस सीजन में दलहन की खेती के लिए सबसे सही होता है. ऐसे में अगर आप दलहन की खेती करते हैं तो बुन्देलखंड में मूंग की खेती कर सकते हैं. मूंग की खेती के लिए बुंदेलखंड की जलवायु सबसे सटीक है. लेकिन, सवाल उठता है मूंग की कौनसी किस्म है जिससे किसान को सबसे अधिक फायदा होगा.

इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने कृषि विशेषज्ञ और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संतोष पांडेय से बात की. डॉ. श्वेता पांडेय ने बताया की स्टार 444, विराट गोल्ड, एमएच 1241, एमएच 424 और सम्राट को मूंग की टॉप 5 किस्म में गिना जाता है. यह सभी किस्में 60 से 70 दिन में तैयार हो जाती हैं. सबसे खास बात यह है कि इसके लिए सिर्फ 2 सिंचाई की आवश्यकता होती है. इसके लिए ज्यादा बीज की जरुरत भी नहीं होती है. प्रति हेक्टेयर 10 से 12 किलो बीज में काम चल जाता है.

एक पंथ दो काजडॉ. संतोष पांडेय ने बताया कि एक हेक्टेयर में अगर 10 से 12 किलो मूंग बोया जाता है तो 12-15 क्विंटल फसल हो जाती है. मूंग की फसल लगाने से खेत में नाइट्रोजन की मात्रा भी बढ़ जाती है. इससे खेत की उर्वरा शक्ति भी बढ़ जाती है. किसान को खेत में अलग से नाइट्रोजन डालने की आवश्यकता नहीं होती है. मूंग एक प्रकार का ग्रीन मैन्यूर यानी हरी खाद की तरह काम करता है.
.Tags: Agriculture, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 11, 2024, 20:23 IST



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