आशीष त्यागी/बागपत. गन्ना बुवाई का समय चल रहा है. ऐसे में किसानों को गन्ने की उत्पादन क्षमता बढ़ाने का कृषि वैज्ञानिक ने तरीका बताया है. जिससे गन्ने को रोग से बचाकर इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है. वहीं गन्ने की बुवाई इस प्रकार से होगी कि उसमें अन्य फसलें भी उगाई जा सकती हैं. गन्ना बुवाई के समय छोटी सी सावधानी बरतने से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी.

कृषि वैज्ञानिक विकास कुमार ने बताया कि गन्ना बुवाई का समय चल रहा है. ऐसे में किसानों को गन्ना बुवाई के समय कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता है. गन्ना बुवाई के समय गन्ने के बीज की वैरायटी का बदलाव करना बहुत जरूरी है. 150223, 713235, 0118 वैरायटी की बुवाई करने का समय काफी ठीक है. यह ऐसी वैरायटी है, जिनमें बीमारियां बहुत कम लगती है. इनकी उत्पादन क्षमता भी बहुत अधिक होती है.

0238 वैरायटी का क्षेत्रफल कम करें

0238 यह ऐसी वैरायटी है, जो 5 से 6 साल से लगातार किसान उगा रहे हैं, लेकिन इस वैरायटी में लाल सड़न रोग लगने से इसमें उत्पादन क्षमता घटने लगी है और निकासी भी बहुत कम होती है. इसका क्षेत्रफल कम करते हुए अन्य वैरायटी का क्षेत्रफल बढ़ाने की सलाह दी है. 150223, 713235, 0118 इन सभी वैरायटी का क्षेत्रफल लगातार किसान बढ़ाते जाएं, जिससे निकासी अच्छी होगी और उनकी आमदनी भी बढ़ेगी.

बुवाई के समय कैसे करें करें गन्ने को उपचारित

गन्ना बुवाई के समय एक फीट के करीब गन्ने के टुकड़े बना लें, फिर एरीटान 250 ग्राम, कार्बनडाईजिम 100 ग्राम, क्लोरोपयरीफास 300 मिलीलीटर को 100 लीटर पानी में घोल बनाकर बीज के टुकडो को 10 मिनट तक घोल में डुबाकर उपचारित करें. इसके बाद इसकी बुवाई करें.

ट्रेंच विधि से करें गन्ने की बुवाई

गन्ना बुवाई के समय उचित दूरी गन्ने की पंक्तियों के बीच रखें. लगभग 60 सेंटीमीटर की दूरी रखने पर गन्ने की फुलावत अधिक होती है और गन्ने के बीज में अन्य फसलों को भी उगाया जा सकता है.

.Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : April 3, 2024, 07:47 IST



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