नींद में दांत पीसना, जिसे ब्रुक्सिज्म भी कहा जाता है, एक आम समस्या है जो बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकती है. यह तब होता है जब कोई व्यक्ति नींद में अनजाने में अपने दांतों को पीसता या रगड़ता है या किटकिटाता है. यह दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है, जबड़े के दर्द का कारण बन सकता है, और यहां तक कि सिरदर्द भी पैदा कर सकता है. दांतों के ऊपरी परत को इनेमल कहते हैं, लेकिन दांत किटकिटाने से इनेमल पर असर पड़ता है. ब्रुक्सिज्म आमतौर पर दो तरीके के होते हैं. एक अवेकन ब्रुक्सिज्म और दूसरा स्लीप ब्रुक्सिज्म. आइए आज इस लेख में स्लीप ब्रुक्सिज्म के बारे में जानते हैं.
ब्रुक्सिज्म के लक्षण:ब्रुक्सिज्म के कई लक्षण होते हैं, इसका सबसे बड़ा लक्षण तो दांत किटकांना है.कई बार दांतों को रगड़ने की आवाज आती है.सुबह उठने पर जबड़े में दर्द या जकड़न होना भी ब्रुक्सिज्म का लक्षण होता है.कई बार सिरदर्द भी ब्रुक्सिज्म का लक्षण हो सकता है.कान में दर्द के साथ चेहरे की मांसपेशियों में थकान होना भी ब्रुक्सिज्म का लक्षण हो सकता है.
हेल्थलाइन वेबसाइट के अनुसार ब्रुक्सिज्म के कई कारण होते हैं-
1- तनाव: तनाव ब्रुक्सिज्म का सबसे आम कारण है.2- चिंता: चिंता भी ब्रुक्सिज्म का एक कारण हो सकती है.3- नींद की समस्याएं: नींद की समस्याएं, जैसे कि स्लीप एपनिया, भी ब्रुक्सिज्म का कारण बन सकती हैं.4- कुछ दवाएं: कभी-कभी कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट होता है जो ब्रुक्सिज्म का कारण भी बन सकता है. कुछ दवाएं, जैसे- एंटीडिप्रेसेंट, ब्रुक्सिज्म का कारण बन सकती हैं.5- जेनेटिक: ब्रुक्सिज्म कई बार जेनेटिक भी हो सकता है, अक्सर ऐसा होता है कि परिवार में कोई व्यक्ति इस बीमारी से परेशान है, तो उसकी परछाई उसके अगली पीढ़ी पर भी पड़ सकती है.
 
उपचार:
माउथगार्ड: एक माउथगार्ड एक प्लास्टिक का उपकरण है जो दांतों को पीसने से बचाता है.तनाव कम करें: तनाव कम करने के लिए कुछ तकनीकों को अपनाएं, जैसे कि योग और ध्यान, ब्रुक्सिज्म को कम करने में मदद कर सकती हैं.
यहां कुछ अन्य टिप्पणियां दी गई हैं जिसे फॉलो करना चाहिए.
पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से तनाव और चिंता कम हो सकती है, जो ब्रुक्सिज्म को कम करने में मदद कर सकती है.कैफीन और शराब से बचें: कैफीन और शराब तनाव और चिंता को बढ़ा सकते हैं, जो ब्रुक्सिज्म को बदतर बना सकते हैं.नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है, जो ब्रुक्सिज्म को कम करने में मदद कर सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है. जी मीडिया इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित समस्या के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.
 
 



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