खून का बढ़ता दबाव यानी हाई ब्लड प्रेशर के बारे में तो आप जरूर जानते होंगे. ये वो ‘साइलेंट किलर’ है जो चुपके से सेहत पर वार करती है और पता चलते-चलते देर हो जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में 18 से 54 साल के उम्र वाले 30 प्रतिशत लोगों ने कभी अपना ब्लड प्रेशर चेक ही नहीं करवाया? जी हां, ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की एक ताजा रिपोर्ट में.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान एवं अनुसंधान केंद्र (ICMR-NCDIR) द्वारा कराए गए एक नए अध्ययन में पता चलता है कि भारत में 18 से 54 साल के उम्र वाले 30% लोगों ने कभी अपना ब्लड प्रेशर नहीं मापाया है. यह अध्ययन हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुआ है.
अध्ययन के परिणामअध्ययन के अनुसार, दक्षिण भारत के राज्यों में स्थिति थोड़ी बेहतर है. वहां 76% लोगों ने कभी न कभी अपना ब्लड प्रेशर जरूर मापाया है. इनमें लक्षद्वीप (91%), केरल (89%), तमिलनाडु (83%) और पुदुचेरी (83%) सबसे आगे हैं. वहीं, उत्तर भारत में यह आंकड़ा सिर्फ 70% है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश (62.4%) और छत्तीसगढ़ (62%) में कम लोगों ने ब्लड प्रेशर मापाया है, जबकि ओडिशा (56%) और झारखंड (60%) में भी यही स्थिति है. पश्चिम में गुजरात (58%) और पूर्वोत्तर में नागालैंड (58%) में भी यही देखा गया है.
हाई बीपी से दिक्कतेंअमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर का मतलब है कि नसों में खून का फ्लो तेज है. डॉक्टरों का कहना है कि हाई ब्लड प्रेशर दिल का दौरा, ब्रेन स्ट्रोक और लंबे समय में किडनी खराब होने जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. अध्ययन में यह भी पाया गया कि देश में प्री-हाइपरटेंशन (शुरुआती हाई ब्लड प्रेशर) की दर भी विभिन्न जिलों में 34% तक है. प्री-हाइपरटेंशन वह अवस्था है जहां ब्लड प्रेशर सामान्य से थोड़ा अधिक होता है, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में अभी नहीं आता.
नियमित रूप से करवाएं बीपी की जांचयह अध्ययन इस बात की ओर इशारा करता है कि भारत में लोगों को अपने सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करवाना बहुत जरूरी है, खासकर के 40 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए. साथ ही, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम किया जा सकता है.



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