Vinoo Manked Birth Anniversary: भारतीय क्रिकेट के पास मौजूदा समय में ऑलराउंडर्स के कई विकल्प हैं. लेकिन 78 साल पहले टीम इंडिया को एक ऐसा ऑलराउंडर मिला था, जिसने भारतीय टीम की काया पलटकर रख दी थी. हम बात कर रहे हैं वीनू मांकड़ की, जिन्हें बेस्ट ऑलराउंडर का दर्जा दिया जाता है. 12 अप्रैल 1917 को जन्में वीनू मांकड़ ने एक तरफ अपनी धांसू बल्लेबाजी से विरोधियों में खौफ पैदा किया था, दूसरी तरफ गेंदबाजी से ब्रेक थ्रू दिलाने का काम करते थे.
भारत को जिताया पहला टेस्ट
वीनू मांकड़ ने साल 1946 में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया था. फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वीनू मांकड़ उस ऐतिहासिक जीत के हीरो हैं, जब भारत ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली जीत दर्ज की थी. यह कहानी 1952 में भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हुई जंग की है, जब वीनू मांकड़ के सामने इंग्लैंड ने घुटने टेक दिए थे. वीनू मांकड़ ने इस मुकाबले की पहली पारी में 55 रन देकर 8 विकेट जबकि दूसरी पारी में 53 रन देकर 4 विकेट लेकर इंग्लैंड की धज्जियां उड़ा दी थी. 
होमग्राउंड पर इंग्लैंड के छुड़ाए छक्के 1952 में ही भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर थी. वीनू मांकड़ ने अकेले दम पर इंग्लैंड के छक्के छुड़ा दिए थे, फिर चाहे बात बल्लेबाजी की हो या फिर गेंदबाजी की. बल्लेबाजी में उन्होंने ओपनिंग करते हुए लॉर्ड्स के मैदान पर 72 और 184 रन की पारियां खेली थी. वहीं, गेंदबाजी में मुकाबले में उन्होंने कुल 5 विकेट अपने नाम किए थे. भले ही इस टेस्ट में भारत को शिकस्त झेलनी पड़ी, लेकिन वीनू मांकड़ वो नाम था जो भारत की रीढ़ बन चुका था. 
भारत के लिए पहली डबल सेंचुरी
वीनू मांकड़ के नाम कई रिकॉर्ड्स हैं. वे भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज थे. उन्होंने यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के खिलाफ 1956 में बनाया था. मांकड़ रन आउट का नियम भी वीनू मांकड़ से ही निकला है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को इस अंदाज में आउट किया था. जिसके बाद इस तरीके के विकेट को मांकड़िंग रन आउट बताया गया. वीनू मांकड़ का निधन 21 अगस्त 1978 को हुआ था. उन्होंने अपने करियर में 44 टेस्ट खेले, जिसमें 31.47 की औसत से 2109 रन बनाए थे, साथ ही उनके नाम 162 विकेट भी दर्ज हैं. 



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