रिपोर्ट – धीरेन्द्र शुक्लाचित्रकूट : धर्मनगरी चित्रकूट भगवान श्रीराम- माता सीता और भैया लक्ष्मण जी के चमत्कारों से भरी पड़ी है. प्रभु श्री राम को त्रेता युग में 14 वर्ष का वनवास हुआ था जिसमें लगभग 12 वर्ष का समय उन्होंने चित्रकूट में बिताया था. चित्रकूट में बिताए गए 12 वर्ष के वनवास के दौरान के तमाम निशान त्रेता युग से आज तक मौजूद है. यहां के कण-कण में श्रीराम माता सीता और भैया लक्ष्मण के चरण रज मौजूद है. इस पावन धरती पर बड़ी-बड़ी शिलाओं पर आज भी माता सीता के पावन चरणों के चिन्ह विद्यमान है.14 वर्ष के वनवास काल में प्रभु श्रीराम के साथ माता सीता और उनके भाई श्री लक्ष्मण जी भी उनके साथ मौजूद रहे. चित्रकूट में भी वनवास काल के सर्वाधिक लगभग 12 वर्ष सभी यहां पर साथ रहे और इसीलिएलत्रेतायुग से अब तक श्री राम से जुड़ी तमाम निशानियां यहां मौजूद है . माता सीता के चरणों के निशान भी मौजूद है. कहा यह भी जाता है कि चित्रकूट में माता सीता ने जहां- जहां पर पैर रखें वहां के कांटे भी फूल बन गए , और बड़ी -बड़ी शिलाएं मोम की तरह पिघल गई , क्योंकि धरती माता ने अपनी पुत्री के लिए यह चमत्कार दिखाया था.

स्फटिक मणि पर मौजूद है माता सीता के चरण चिन्हजिन शिलाओं पर यह निशान हैं वह शिलाएं मामूली नहीं है, यह शिलाएं त्रेतायुग की स्फटिक मणि हैं जो आज कलयुग में पत्थर दिख रही हैं. इन्हीं स्फटिक पत्थरों में चल कर माता सीता सामने बह रही मन्दाकिनी नदीं में स्नान करती थीं और स्नानकर इसी जगह पर वह श्रृंगार भी करती थीं . जिन पत्थरों पर माता सीता अपने पैर रखती वह मोम की तरह पिघल जाती थीं . जिन कांटों पर वह पैर रखती वह फूल बन जाते . चित्रकूट में इस जगह को जानकी कुंड कहा जाता है. इसी जगह पर माता सीता के दुर्लभ पैरो के निशान मौजूद हैं – जिन्हें लोग बड़ी ही आस्था से पूजते हैं. लोग इन पैरों के निशानों पर अपना पूरा विश्वाश रखते हैं , वह मानते है की यह निशान कोई मामूली निशान नहीं है बल्कि माता सीता के चरण चिन्ह हैं.

लालच ना रखने वालों को पत्थर दिखेगा मणिदिल में श्री राम की आस्था लेकर आने वाले लोगों को यहां भगवान दिखते हैं , उनके चमत्कार दिखते हैं . उनके साथ जुड़े हर पलों को महसूश किया जा सकता है , मगर सिर्फ मन की आंखों से . ऐसे ही चमत्कारों में शामिल है माता सीता के ये पैरों के निशान भी . मान्यता है कि जो भी लोग धन का लालच नहीं रखते हैं उन्हें चरण चिन्ह दिखने वाले यहां पत्थर मणि के जैसे दिखाई देंगे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Chitrakoot NewsFIRST PUBLISHED : January 27, 2023, 12:17 IST



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