Amol Muzumdar praises team india: इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय महिला टीम ने 347 रनों से टेस्ट मैच जीतकर इस फॉर्मेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि एकमात्र टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 347 रन से रौंदकर उनकी टीम को पता चल गया कि टेस्ट क्रिकेट में क्या चीज अहम होती है. मजूमदार अपने खिलाड़ियों के प्रयासों से काफी खुश थे और उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी टीम मुंबई में वानखेड़े स्टेडियम में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में भी इसी प्रदर्शन को जारी रखे. इसके साथ ही उन्होंने अपनी टीम की एक खिलाड़ी को बेन स्टोक्स भी बताया.
ढाई दिन में शानदार खेल रहा…इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड जीत दर्ज कर इतिहास रचने के बाद कोच ने कहा, ‘ढाई दिन में शानदार खेल रहा. कोई भी टेस्ट मैच आसान नहीं होता, लेकिन लड़कियों ने जैसे प्रयास किए, वानखेड़े में टेस्ट से पहले पांच-छह दिन एकजुट होकर अभ्यास कर अच्छी तैयारी की, जिसके परिणामस्वरूप यह जीत मिली.’ उन्होंने कहा, ‘हमने सोचा था कि हम एक निश्चित तरीके से खेलेंगे और मैं चाहूंगा कि वे ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखें. हमने पहले दिन 400 रन बनाने की योजना नहीं बनाई थी. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है और उन सभी के लिए भी जिन्होंने अपना डेब्यू किया. इंग्लैंड की टीम काफी मजबूत है जिससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. उन्हें (भारत) पता चला कि आखिर टेस्ट क्रिकेट क्या होता है.’ 
टीम इंडिया की ‘बेन स्टोक्स’
कोच ने दीप्ति शर्मा की खूब तारीफ की, जिन्होंने पहली पारी में 67 रन की पारी के अलावा मैच में 39 रन देकर 9 विकेट हासिल किए और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहीं. मजूमदार ने कहा, ‘मैं मजाक में दीप्ति (शर्मा) को ‘स्टोक्सी’ (बेन स्टोक्स का निकनेम) पुकारता हूं. नौ विकेट और एक अर्धशतक, वह टीम की अहम खिलाड़ी हैं. यह उसके आत्मविश्वास के लिए भी अहम है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘पहली बार हमारे लगातार दो टेस्ट मैच हो रहे हैं. हम आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए भी उत्साहित हैं.’ 
दीप्ति शर्मा ने जीत पर कही ये बात
दीप्ति को भी अपने प्रदर्शन पर गर्व है. उन्होंने कहा कि डीवाई पाटिल स्टेडियम की पिच पर स्पिनरों को काफी मदद मिल रही थी. उन्होंने कहा, ‘बहुत अच्छा महसूस हो रहा है, क्योंकि हम टेस्ट शुरू होने का इंतजार कर रहे थे. गर्व महसूस हो रहा है और हमने रणनीति के अनुसार ही गेंदबाजी की. हम पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए काफी संयमित रहे. हमने सिर्फ पार्टनरशिप बनाने की कोशिश की. ‘ दीप्ति ने आगे कहा, ‘विकेट से काफी मदद मिली और मैंने भी इसका फायदा उठाया. हैरी दी (हरमनप्रीत कौर) कह रही थीं कि सही जगह गेंद डालो और टर्न से तुम्हें मदद मिलेगी. हम अगले टेस्ट में भी यही लय जारी रखना चाहते हैं.’
कप्तान हरमनप्रीत भी खुश नजर आईं
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत भी इस जीत से काफी खुश नजर आईं. उन्होंने कोच की जमकर सराहना की और कहा, ‘हमारे कोच ने हमारी बहुत मदद की. मेरे पास टेस्ट में टीम का नेतृत्व करने का कोई अनुभव नहीं था. मैं उनके (मजूमदार) फैसलों पर भरोसा कर रही थी. चाहे वह पहली पारी में शुभा (सतीश) को एक विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी के लिए भेजना हो या गेंदबाजी की योजना हो.’ उन्होंने आगे कहा, ‘ आज के शुरुआती 40 मिनट काफी अहम थे. हमारी सोच इंग्लैंड पर दबाव बनाने की थी. हम सुबह की परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहते थे.’ उन्होंने कहा, ‘कोच के अनुभव से हमें काफी मदद मिली. इससे हमें यह सोचने का भी समय मिला कि टीम के लिए क्या सर्वश्रेष्ठ होगा.’ 
(एजेंसी इनपुट के साथ)  



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