आदित्य कृष्ण/अमेठी. गांव के लोगों को ब्लॉक और तहसील का चक्कर न लगाना पड़े और उन्हें गांवमें ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए पंचायत भवन को हाईटेक बनाते हुए पंचायत सचिवालय के रूप में विकसित कर वहां पर सुविधाओं का लाभ लोगों को दिलाने के निर्देश सरकार की तरफ से दिए गए थे. लेकिन गांव पंचायत स्तर पर बने पंचायत सचिवालय जर्जर है और उन में सुविधाओं का अभाव भी है. कई बार की शिकायत के बावजूद भी विभागीय अधिकारी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे.जनपद अमेठी की बात करें तो अमेठी जनपद में 4 तहसीलों में 682 ग्राम पंचायतें गठित हैं. इन गांव पंचायतों मे जर्जर हो चुके पंचायत भवनों को हाईटेक बनाने के निर्देश थे. इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम ह पंचायतों में प्रधान की सहमति से पंचायत सहायकों की भी नियुक्ति की गई थी. कई गांव पंचायतों में पंचायत सचिवालय चल रहे हैं तो कई गांव पंचायतों मे इन्ही भवनों में लकड़ी, कंडे और भूसे रखे गए हैं और उन में अव्यवस्था है.लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो रहाऐसे में पंचायत सहायक भी एक तरफ जहां घर बैठकर मानदेय लेकर सिर्फ कागजों पर काम कर रहे हैं. वहीं गांव के लोगों को पेंशन, आवास, शौचालय सहित अन्य समस्याओं के लिए ब्लॉक और तहसील के चक्कर लगाना पड़ रहा है और उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा.पंचायत राज अधिकारी ने दिया कार्रवाई का भरोसावहीं इस पूरे प्रकरण पर जिला पंचायत राज अधिकारी श्रीकांत यादव ने कहा कि गांव में लोगों को सुविधाएं पहुंचाने के लिए पंचायत सचिवालय संचालित हैं. कई जगहों पर पंचायत सचिवालय चल रहे हैं. जनपद में लगभग 81 पंचायत सचिवालय ऐसे हैं जिनमें कुछ कमियां हैं और कुछ पंचायत सचिवालय जर्जर हो गए हैं. उनके अलावा अन्य गांवों में पंचायत सचिवालय संचालित किए जा रहे हैं और वहां लोगों को लाभ मिल रहा है. यदि जहां-जहां पंचायत सचिवालय और उनके भवन सही हैं यदि वहां पर किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलती है तो संबंधित प्रधान और पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी..FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 23:57 IST



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