Gram Flour Test: चने के जरिए बेसन तैयार किया जाता है जिसकी मदद से हम पकौड़े पकाते हैं. खासकर बरसात के मौसम में चाय के साथ पकौड़े का स्वाद ही कुछ अलग आता है, हालांकि हर मौसम में इस स्नैक्स का सेवन करना पसंद किया जाता है. हम पकौड़े का लुत्फ जरूर उठाएं, लेकिन इस बात पर ध्यान दें कि इसे बनाने के लिए जो बेसन तैयार किया जा रहा है वो कितना शुद्ध है. आजकल बाजार में मिलावटखोरी अपने चरम पर है और बेसन भी इससे अछूता नहीं है. आज हम आपको ऐसी आसान ट्रिक्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से असली और नकली बेसन की पहचान आसानी से की जा सकती है.
बेसन में क्यों होती है मिलावट?
किसी भी भी खाने पीने की चीज में मिलावटखोरी का असल मकसद ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना होता है, लेकिन ऐसे व्यापारी ये नहीं सोचते कि इससे ग्राहक की सेहत पर कितना असर पड़ रहा है. कुछ लोग इसमे मक्के का आता तो कुछ गेंहूं का आटा मिला देते हैं.
 

कैसे करें असली और नकली बेसन की पहचान?
1. हाइड्रोक्लोरिक एसिड से करें टेस्टआंखों से देखकर बेसन की क्वालिटी की पहचान करना नामुमकिन है, और आजकल पैकेट वाले और खुले बेसन दोनों में जमकर मिलावट की जाती है. इसे पहचानने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है. आप एक कटोरी में 2 से 3 चम्मच बेसन लें और पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. इसमें 2 चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें और कुछ मिनट तक इंजार करें. अगर बेसन का कलर लाल हो जाए तो समझ जाएं ये मिलावट का नतीजा है.
2. नींबू की मदद लेंनींबू का इस्तेमाल तकरीबन हर घर में किया जाता है, इसकी मदद से आप असली और नकली नींबू की पहचान आसानी से कर सकते हैं, बस आपको एक छोटा सा प्रयोग करना होगा. इसके लिए एक बर्तन में 3 चम्मच बेसन लें और इतने ही चम्मच नींबू का रस मिक्स कर लें. अब इसमें हाइड्रोक्लोरिल एसिड भी मिलाएं. करीब 5 मिनट तक छोड़ने के बाद अगर बेसन का रंग भूरा या लाल हो जाए तो समझ जाएं कि इसमें मिलावट की गई है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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