सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद:भारतीयों के लिए चाय एक अमृत का कार्य करती है. अगर सुबह चाय न मिले तो मानो सुबह नहीं हुई है. इसी कारण चाय का व्यापार भी खूब फल फूल रहा है. तभी तो फर्रुखाबाद के कमालगंज जैसे एक छोटे से कस्बे में आज से 60 वर्ष पहले एक 12 वर्षीय किशोर ने चाय बनाने की शुरुआत की थी. उस समय चाय की कीमत महज 25 पैसे प्रति कुल्हड़ हुआ करती थी. वही उस समय चाय का व्यापार इस प्रकार चला की आज वह चाय वाले दुकानदार सुखवासी लाल जो 12 वर्षीय किशोर से 72 वर्ष के बुजुर्ग हो गए हैं. सुबह होते ही चाचा के हाथों की चाय के लिए लोग आने लगते हैं. वहीं देर शाम तक यह सिलसिला यूं ही चलता रहता है. आज भले ही चाय की कीमत 25 पैसे से 10 रुपये प्रति कुल्हड़ हो गई हो परंतु चाय आज भी अमृत स्वरूप है.

फर्रुखाबाद के कस्बा कमालगंज में पालीवाल मार्केट में वैसे तो एक छोटी सी दुकान है. यहां पर सुखवासी लाल चाय वाले चाचा के नाम से मशहूर है. यहां की चाय में गजब का स्वाद है. ग्राहक बताते हैं कि इनकी चाय में मौसम के अनुसार ही मसाले भी डाले जाते हैं. यही कारण है कि सर्दियों के दिनों में यहां पर मिट्टी के कुल्हड़ में मिलने वाली चाय में कई प्रकार के मसालों को डाला जाता है. जिनमें काली मिर्च, अदरक, इलायची और दालचीनी के साथ ही लौंग का भी प्रयोग किया जाता है.

इन साठ वर्षों में क्या हुआ परिवर्तनदुकानदार बताते हैं कि बचपन के दिनों से आज वृद्धावस्था तक के इस पड़ाव में चाय के कारोबार में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है. जिस प्रकार से वह प्रतिदिन चाय बनाते हैं. उसमें ग्राहकों के स्वाद के अनुसार ही मसालों का प्रयोग करते हैं. जिससे सेहत पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. वही चाय में स्वाद बढ़ा देते हैं. आज के समय में दुकान पर चाय की अच्छी बिक्री होने से वह अच्छा खासा जीवन यापन कर रहे हैं.

क्या है चाचा की चाय के रेटजिस प्रकार इन दिनों सुबह दुकान खुलते हैं ग्राहकों की भीड़ लग जाती है. ऐसे समय पर प्रति कुल्हड़ पांच रुपए और बड़ा कुल्हड़ दस रुपए में मिलता हैं. वही यहां पर मौसम के साथ अच्छी बिक्री होने पर 200 से 300 कुल्हड़ तक की बिक्री हो जाती है.
.Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : December 8, 2023, 11:36 IST



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