[ad_1]

धीर राजपूत/फिरोजाबाद: फिरोजाबाद में ग्रामीण क्षेत्र में एक युवा जैविक खाद को तैयार कर रहा है. वहीं इस खाद का पेड़-पौधों में ख़ूब इस्तेमाल हो रहा है. युवा गांव में अलग-अलग तरह के गोबर को लेकर आता है और अपने प्लॉट पर केंचुआ से जैविक खाद को तैयार करता है. वहीं खाद तैयार होने के बाद इस जैविक खाद को वह जिले में और जिले से बाहर लोगों को देता है. इस खाद से अच्छी फसल तैयार हो रही है.

फिरोजाबाद से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित गांव हमीरपुर में जैविक खाद तैयार करने वाले युवा वरुण शर्मा ने बताया कि उसने आज से लगभग 1 साल पहले अपने खेत पर जैविक खाद तैयार करने के लिए लीलाधर जैविक खाद के नाम से एक प्लांट लगाया है. वो अलग-अलग जगह से गाय का ताजा गोबर और पुराना खाद लेकर के आता है जिन्हें वह अपने प्लॉट पर जैविक खाद तैयार करने में इस्तेमाल करता है.

केंचुए तैयार करते हैं जैविक खादवरुण ने बताया कि इन खाद में वह दो तरह के केंचुए जैसे लाल और काले कैचुए का इस्तेमाल करता है जिससे जैविक खाद तैयार होती है. वहीं यह खाद पेड़ पौधों के लिए बहुत ही अच्छी है. इससे खेतों में भी अच्छी पैदावार होती है. वहीं गांव के किसान प्लांट से जैविक खाद को खरीद कर भी ले जाते हैं. जिसमें वह 50 किलो की एक बोरी को ₹300 में भरकर देता है.

दिल्ली तक भेजी जाती है जैविक खादजैविक खाद तैयार करने वाले युवा ने बताया कि लोग इस जैविक खाद का कम इस्तेमाल करते हैं इसलिए खेतों में अच्छी पैदावार नहीं होती है. क्योंकि बाजार में मिलने वाली खाद में केमिकल मिले हुए होते हैं लेकिन यह खाद बहुत ही शुद्ध तरीके से तैयार होती है इसलिए इसका अच्छा रिजल्ट भी मिलता है. वहीं इस जैविक खाद को फिरोजाबाद शहरी नहीं बल्कि दिल्ली में भी भेजा जाता है. जहां पेड़ पौधों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इस खाद से उसकी 50 हज़ार रुपये तक की आमदनी हो जाती है.
.Tags: Farmer, Local18FIRST PUBLISHED : December 8, 2023, 17:46 IST

[ad_2]

Source link