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अयोध्या. उत्तर प्रदेश में तीर्थ स्थलों पर शराबबंदी करने के योगी सरकार के फैसले के बाद मथुरा के साथ अयोध्या में शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है. जिन दुकानों को पहले से लाइसेंस दिया गया था उनके लाइसेंस निरस्तीकरण की भी कार्रवाई चल रही है.
प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि अयोध्या में होने वाली पंच कोसी परिक्रमा जो लगभग 1500 स्क्वायर मीटर में होती है वहां पर पूर्ण रूप से शराब बंदी कर दी गई है. मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि तीर्थ स्थलों के आसपास क्षेत्रों में शराब पीना और शराब को बेचना पूर्णता प्रतिबंधित कर देना चाहिए. इसी कड़ी में अब प्रदेश सरकार ने नए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.
धार्मिक स्थलों पर नहीं मिलेगी शराबअग्रवाल ने कहा कि मथुरा के 22 वार्डों में भी शराब को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. अगर इस इलाके में कोई दुकान है तो उसको कैंसिल कर दिया जाएगा. हालांकि वृंदावन में पहले से ही शराब प्रतिबंधित थी, लेकिन आज मथुरा में भी शराब पर पाबंदी लगाई गई है. नितिन अग्रवाल ने बताया कि अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि जिसकी पहचान विश्व स्तर पर है लिहाजा ऐसी जगह पर शराब का पिया जाना या उसको बेचा जाना उचित नहीं है.
अयोध्या और मथुरा के इन इलाकों में शराब पर प्रतिबंधउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में आबकारी विभाग ने अयोध्या सहित मथुरा के 22 वार्डों में शराब को प्रतिबंधित किया है. इसके बाद और तमाम तीर्थ स्थलों के आसपास भी शराब को प्रतिबंधित किए जाने की कार्य योजना बनाई जा रही है.
बंद हुई दुकानों से हुई थी करोड़ों की कमाईजो दुकानें बंद की गई हैं उनसे पिछले वर्ष शराब बिक्री से 40 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी. जनपद में इस समय 698 शराब की दुकानें हैं, जिससे 546 करोड़ रुपए सालाना कमाई होती है. 34 स्थानों पर हुई शराब बंदी के बाद भी आबकारी विभाग ने 600 करोड़ सालाना आय की उम्मीद जताई है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Ayodhya News, UP news, Yogi adityanathFIRST PUBLISHED : June 01, 2022, 19:31 IST

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