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कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 72 साल के बुजुर्ग ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. हार्ट पेशेंट हृदय नारायण श्रीवास्तव ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान क्यों दी इस पर से एक लिफाफे ने पर्दा हटा दिया है. दरअसल, मृतक बुजुर्ग ने अपने एक परिचित जैन साहब को एक लिफाफा दिया था और कहा था इसमें जरूरी कागज है. मैं आकर ले लूंगा. जब मौत के बाद जैन साहब ने उस लिफाफे को खोला तो पता चला उसमें उनके मौत की वजह लिखी हुई थी.
दरअसल, पूरा मामला कानपुर के जेके क्लब का है, जहां हृदय नारायण श्रीवास्तव अपने दो पुत्रों सहित पूरे परिवार के साथ रहते थे और जेके कॉटन मिल में पिछले कई दशकों से कर्मचारी थे. उन्होंने सुसाइड नोट में मौत की वजह बताते हुए जेके कॉटन मिल के प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है और लिखा है कि उन्हीं की वजह से जान दी है.
हृदय नारायण के पुत्र और लिफाफे में मिले सुसाइड नोट की मानें तो प्रबंधक संजय दुबे और सुरक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह पर आरोप लगाया कि ये लोग लगातार पिछले कई सालों से हृदय नारायण प्रताड़ित कर रहे हैं. कमला क्लब स्थित बांग्ला नंबर 43 जहां हृदय नारायण का पूरा परिवार रहता है, उसे लगातार खाली कराने का दबाव बना रहे हैं. 2021 में बिजली और पानी कनेक्शन काट दिया था, जिसके बाद हृदय नारायण ने काफी मशक्कत के बाद बिजली और पानी कनेक्शन फिर से चालू कराया था मगर 14 जुलाई को फिर से कनेक्शन काट दिए गए, जिसकी वजह से हृदय नारायण काफी परेशान थे.
उनके बेटे के मुताबिक, इन्हीं कारणों से परेशान होकर हृदय नारायण ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. जेके कॉटन मिल के कर्मचारी हृदय नारायण श्रीवास्तव के पुत्र ने यह भी बताया कि तकरीबन 30 लाख रुपए का वेतन पिछले कई सालों से नहीं मिला है, जिसके कारण भी हृदय नारायण परेशानी में थे. बता दें कि जरीब चौकी पर जब बुजुर्ग ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी तो पहले उनकी पहचान नहीं हो सकी मगर बाद में उनकी शिनाख्त हो पाई.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Kanpur news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 23, 2022, 14:06 IST

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