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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. अयोध्या में एक तरफ भव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है तो दूसरी तरफ अयोध्या त्रेता युगीन अयोध्या के रूप में विकसित भी हो रही है. अयोध्या के मठ-मंदिरों का जहां एक तरफ जीर्णोद्धार हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अयोध्या के रामायण कालीन कुंडो का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अयोध्या त्रेता युग की अयोध्या नजर आए. इसी मंशा अनुरूप अयोध्या को सजाया जा रहा है.जहां भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है तो वहीं अब योगी सरकार भगवान राम के पिता चक्रवर्ती राजा दशरथ के समाधि स्थल का भी कायाकल्प करने जा रही है. गौरतलब है कि राम जन्मभूमि से समाधि स्थल 15 किलोमीटर  दूर है. धार्मिक मान्यता के अनुसार यहीं पर चक्रवर्ती राजा दशरथ का दाह संस्कार किया गया था. जब श्रद्धालु धर्म नगरी अयोध्या आते हैं तो वह दशरथ समाधि स्थल पर जरूर जाते हैं. शायद यही वजह है कि अब राम मंदिर निर्माण के साथ दशरथ समाधि स्थल का भी स्वरूप बदलने जा रहा है.दशरथ समाधि स्थल तक होगा सड़क का चौड़ीकरणजिलाधिकारी अयोध्या नीतीश कुमार ने कहा कि सबसे पहले दशरथ समाधि स्थल तक जाने के लिए सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा. हम लोग सड़क को 24 मीटर चौड़ा करने का प्लान बना रहे हैं. इतना ही नहीं नव्य अयोध्या से भी दशरथ समाधि स्थल को कनेक्ट किया जाएगा. सरकार की मंशा है कि दशरथ समाधि स्थल को भी श्रद्धालुओं के लिए विकसित किया जाएगा. इस संदर्भ में बेहतर कार्य योजना बनाई जा रही है.FIRST PUBLISHED : June 02, 2023, 21:25 IST

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