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World Pancreatic Cancer Day 2023: पैंक्रियाटिक कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो तब होती है जब अग्न्याशय की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं. अग्न्याशय एक अंग है, जो पाचन में मदद करता है और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है. पैंक्रियाटिक कैंसर की वजह से अग्न्याशय की कोशिकाएं ठीक से काम करना बंद कर देती हैं और कैंसर कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. आपको बता दें कि पैंक्रिएटिक कैंसर महिलाओं में आठवां सबसे आम कैंसर है.
शुरुआती चरण में पैंक्रियाटिक कैंसर की पहचान करना काफी कठिन होता है, जिसके कारण इस कैंसर से होने वाली मृत्यु की दर ज्यादा है. इसका इलाज, सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी द्वारा किया जाता है. पैंक्रियाटिक कैंसर के सबसे आम लक्षण हैं- पीलिया, मतली, उल्टी, दस्त, एनीमिया, सूजन, पेट में दर्द, भूख की कमी, ब्लोटिंग, थकान और वजन कम होना है. यह बीमारी विभिन्न रिस्क फैक्टर के कारण होती है. आज हम आपको कुछ खराब आदतों के बारे में बताएं, जो महिलाओं में पैंक्रियाटिक कैंसर का कारण बनती हैं. 
धूम्रपानधूम्रपान पैंक्रियाटिक कैंसर का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है. जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं, उनमें पैंक्रियाटिक कैंसर होने का खतरा उन महिलाओं की तुलना में 3 गुना अधिक होता है जो धूम्रपान नहीं करती हैं.
अत्यधिक शराब का सेवनअत्यधिक शराब का सेवन भी पैंक्रियाटिक कैंसर का एक रिस्क फैक्टर है. जो महिलाएं हर हफ्ते दो या दो से अधिक ड्रिंक्स का सेवन करती हैं, उनमें पैंक्रियाटिक कैंसर होने का खतरा उन महिलाओं की तुलना में 2 गुना अधिक होता है, जो हर सप्ताह एक या उससे कम ड्रिंक्स का सेवन करती हैं.
अनहेल्दी डाइटअस्वस्थ आहार (जिसमें बहुत फैट और कैलोरी अधिक होता है और फाइबर व विटामिन बहुत कम होता है) पैंक्रियाटिक कैंसर का एक रिस्क फैक्टर हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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