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रिपोर्ट : विशाल झा

गाजियाबाद: 8 मार्च को हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day ) मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं के सम्मान, चुनौती और अवसर की बात की जाती है. News 18 Local आपके लिए लाया है एक ऐसी महिला की कहानी जिसको जीवन में सही राह पर लाने वाली भी महिला ही थी. ये कहानी है नेहा और भारती की. भारती गर्ग गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित कनावनी गांव में असमी फाउंडेशन के नाम से संस्था चलाती हैं. जिसमें महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जाता है.

असमी फाउंडेशन से जुड़ने के पहले नेहा बानो काफी परेशान रहती थी. परिवार के खर्चे और आर्थिक तंगी उनके लिए सबसे बड़ी समस्या के रुप में सामने खड़ी थी. जिसके बाद असमी फाउंडेशन की संस्थापक भारती गर्ग ने नेहा को छोटी बहन की तरह समझाया और उन्हें प्रेरणा दी.

इस प्रेरणा का ये असर हुआ की कुछ ही महिनों में नेहा शानदार सिलाई – कढ़ाई करना सीख गई. आज उनके मोहल्ले में उनकी अपनी बुटीक की दुकान है. जिसमें महीने की कमाई हजारों रुपये में है. नेहा से प्रेरणा लेकर अन्य महिलाएं भी सिलाई – कढ़ाई सीख रहीहैं.

महिलाओं का खुद के पैरों पर खड़ा होना जरूरी

असमी फाउंडेशन की संस्थापक भारती गर्ग बताती हैकी उनकी संस्था के द्वारा 200 से भी अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा चूका है. ये संस्था गरीब तबके की महिलाओं को हुनरमंद बनाती है.जिससे वो अपने घर या ससुराल पर बोझ ना बने. ऐसी कई महिलाएं है.जिन्होंने कौशल के जरिए अपने आर्थिक संकट के बादलों को दूर किया.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ghaziabad News, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : March 08, 2023, 05:22 IST

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