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हरिकांत शर्मा/आगरा. मानसून की दूसरी बारिश में भी आगरा नगर निगम अपने दावों पर कायम नहीं रह सका. जैसे ही शहर में बारिश होती है, जलभराव हो जाता है. शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं. लगभग 1 घंटे की बारिश में खुद नगर निगम के सामने ही तालाब जैसी स्थिति बन गई. शहर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला एमजी रोड पानी में डूब गया. जिस आगरा नगर निगम के कंधों पर शहर की साफ-सफाई का जिम्मा है वह खुद ही पानी में डूब गया. जरा सी बारिश में आगरा नगर निगम के दूसरे गेट पर जलभराव हो गया.

मेयर हेमलता दिवाकर बार-बार दावे कर रही है कि शहर में नालों की सफाई 80 % करा दी है. सीवर ट्रीटमेंट भी करा दिए हैं. लेकिन जरा सी बारिश में इन सभी दावों की पोल खुल जाती है. आगरा चर्च रोड, बिजली घर चौराहा, कमला नगर, बलकेश्वर सेंट जॉन्स, समेत आगरा शहर कि सरकार चलाने वाला नगर निगम भी जलभराव का शिकार हो गया. नगर निगम के दूसरे गेट पर 2 फुट पानी भर गया. राहगीरों को निकलने में परेशानी हुई. पैदल निकलने वाले लोगों को पानी के बीच से निकलना पड़ा रहा है.


आला अधिकारियों के दरवाजे़ तक पहुंचा पानी

बीच पानी में से निकलने वाले राहगीरों ने सवाल किया कि आखिरकार नगर निगम के आला अधिकारी कब जागेंगे? खुद उनके दरवाज़े तक पानी आ गया है. अब तो व्यवस्थाओं को संभालिए. नगर निगम के सामने से गाड़ियां पानी में निकल रही थी. वही, राहगीर महिलाएं को आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही है. राहगीरों का एक ही सवाल था कि आखिरकार नगर निगम के अधिकारी कब जागेंगे? कब इस जलभराव से मुक्ति मिलेगी ?
.Tags: Agra news, Local18, Uttar pradesh news, Water loggingFIRST PUBLISHED : July 09, 2023, 17:20 IST

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