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रिपोर्ट-अभिषेक जायसवाल,वाराणसीयूपी की सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों के लिए सरकार जल्द ही गौशाला की तर्ज पर स्वांग केंद्र खोलने की योजना बना रही है.हाल में ही योगी आदित्यनाथ (Yogi Aaditynath) ने अपने एक बयान में सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों के लिए केंद्र बनाने की बात कही थी.योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के खिलाफ अब वाराणसी (Varanasi) में आवारा पशुओं पर काम करने वाले पशु प्रेमियों (Animal Lovar) ने आवाज उठायी है.पशु प्रेमी स्वाति बलानी ने बताया कि सड़कों से आवारा कुत्तों को हटाने का फैसला ठीक नहीं है.एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि एक निश्चित संख्या के बाद कुत्तों को एक साथ नहीं रखा जा सकता है.क्योंकि ऐसे केंद्र में जो कमजोर कुत्ते होते हैं वो भोजन नहीं कर पाते और दूसरे कुत्ते उनके हिस्से का भोजन कर लेते हैं जिससे कुत्तों की मौत हो जाती है.काल भैरव की है सवारीस्वाति बलानी ने बताया कि इसके पहले गुजरात के सूरत और राजस्थान के जोधपुर में बने स्वांग केंद्र में ऐसा हो चुका है.ऐसे में स्वांग केंद्र बनाने की बात पूरी तरह से गलत है.पशु प्रेमी रितु सूद ने बताया कि धार्मिक नजरिये से भी देखें तो वाराणसी में कुत्तों को कालभैरव की सवारी कहते हैं.यहां काल भैरव मंदिर के करीब ही नहीं बल्कि पूरे शहर में लोग जैसे गायों को भोजन कराते हैं उसी तरह कुत्तों के लिए भी भोजन की व्यवस्था करते हैं.तो ऐसे में स्वांग केंद्र खोलकर इंसानों के करीब रहने वाले इन कुत्तों को उनसे दूर नहीं करना चाहिए.बल्कि सड़को पर भी उन्हें वैक्सिनेशन और नसबंदी करानी चाहिये जिससे इनकी संख्या बहुत तेजी से न बढ़े और ये इंसानों के बीच रह सकें.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : June 10, 2022, 00:37 IST

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