[ad_1]

वाराणसी. पूर्वांचल के किसानों के अब अच्छे दिन आ गए हैं. किसान न सिर्फ खेतों में फल और सब्जियां उगा रहे हैं बल्कि उन्हें सीधे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेच कर अच्छी कमाई भी कर पा रहे है. वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, गोररखपुर सहित अन्य जिलों के किसान भिंडी, मिर्ची, नींबू, लौकी, सूरन के साथ लंगड़ा और चौसा आम की खेप को विदेश भेज रहे हैं. आकड़ों के मुताबिक 1 साल में पूर्वांचल के किसानों ने 1800 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड तोड़ निर्यात विदेशों में किया है.एपीडा के उप निदेशक सी बी सिंह ने बताया कि बीते छः महीने में 500 मीट्रिक टन फल और सब्जियां प्लेन के जरिए वाराणसी एयरपोर्ट से लंदन, दुबई और खाड़ी देश भेंजे गये हैं. यहां इंट्रीग्रेटेड पैक हॉउस के बाद जल्द ही इसकी रफ्तार बढ़ेगी और ये दोगुने से अधिक फल और सब्जियां विदेश जा पाएंगी. प्लेन के अलावा सड़क मार्ग से भी नेपाल और बांग्लादेश में 2000 मीट्रिक टन फल और सब्जियों का निर्यात हुआ है.जानिए क्या हो रहा निर्यातबात सब्जियों की करें तो भिंडी, करैला, मिर्च, लौकी, कुलरू, नींबू और सूरन की विदेशों में अच्छी डिमांड है. वहीं फल में वाराणसी, मिर्जापुर और गोरखपुर मंडल के आम जिसमे लंगड़ा, चौसा, दहशरी शामिल हैं. इनकी भी विदेशों में खूब डिमांड है. इसके अलावा कच्चा पपीता भी खाड़ी देशों में निर्यात हो रहा है.पीएम का सपना हो रहा साकारबताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी और अब उनके संसदीय क्षेत्र के जरिए ही पूर्वांचल के किसानों की उगाई गई फल और सब्जियां विदेशों में जा रही है और यहां के किसान निर्यातक बन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपने फल सब्जियों को बेच अच्छी खासी कमाई भी कर पा रहें है. ये वही किसान है जो कभी फसलों की कीमत के सही दाम न मिलने के कारण अपने फल और सब्जियों को सड़कों पर फेंक विरोध जताते थे, लेकिन अब उन्हें अपनी खेती के फल और सब्जियों के लिए लोकल नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिल पा रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : April 09, 2023, 12:45 IST

[ad_2]

Source link