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वाराणसी: काशी के ऐतिहासिक घाटों पर इन दिनों जोशी मठ जैसा खतरा दिख रहा है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि वाराणसी के कई घाटों में दरारें देखने को मिल रही हैं, वहीं कई घाटों की सीढ़ियां बैठ रही हैं. घाटों पर मंडरा रहे इस खतरे पर अब कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं. पार्टी की ओर से अस्सी घाट स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घाटों की बदहाली का एक पोस्टर भी जारी किया गया है.कांग्रेस के पोस्टर में दरकते घाटों की तस्वीर के साथ बीते साल गंगापार में बनी नहर की तस्वीर को भी दर्शाया गया है. कांग्रेस नेता अजय राय ने बताया कि ये पोस्टर शहर भर में लगाए जाएंगे, ताकि लोग घाटों की बदहाली के बारे में जान सकें. उन्होंने ये भी कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही इस मुद्दे पर कोई एक्शन नहीं लिया तो काशी के घाटों का हाल भी जोशी मठ की तरह होगा.एक्सपर्ट पहले जता चुके हैं आशंकाबता दें कि वाराणसी में गंगा पार में बने रेत के टीलों के कारण कई घाटों के नीचे कटान हो गए हैं. इससे उनमें दरारें भी दिख रही हैं. इसके अलावा कई घाटों की सीढ़ियां भी धंस रही हैं. बीएचयू के भूगर्भ विभाग के प्रोफेसर यूके शुक्ला ने भी घाटों को लेकर एक अनजान खतरे की आशंका जताई है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा था कि इस कटान से घाटों को कितना नुकसान भविष्य में हो सकता है, अभी यह साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता.टेंट सिटी पर भी उठाए सवालघाटों की बदहाली के अलावा कांग्रेस ने टेंट सिटी, गंगा विलास क्रूज को लेकर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस पार्टी ने टेंट सिटी से निकलने वाले मलजल से गंगा की अविरलता को खतरा बताया है. पार्टी का कहना है कि यदि टेंट सिटी के सीवेज सिस्टम को रामनगर एसटीपी से जोड़ा गया है तो प्रशासन को उसके सबूत लोगों के सामने रखने चाहिए.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 16, 2023, 19:13 IST

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