[ad_1]

बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) में विधानसभा चुनाव के दौरान सपा प्रत्याशी की सभा में अफसरों व नेताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर इस्तीफा देने की घोषणा करने वाले वन दरोगा (UP Forest Inspector) को निलंबित (Suspended) कर दिया गया है. मेरठ के वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने यह कार्रवाई की है. डीएफओ ने उनके इस्तीफे को भी निरस्त कर दिया है. असल बुलंदशहर सदर वन रेंज में तैनात वन दरोगा अजित भड़ाना ने विधानसभा चुनाव के दौरान मेरठ की हस्तिनापुर सीट से सपा प्रत्याशी योगेश वर्मा की जनसभा में नौकरी से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. कई भाजपा विधायकों के नाम लेकर उन्होंने सीधा आरोप लगाया था कि उन्हें नौकरी नहीं करने दे रहे हैं. किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
आनन-फानन में डीएफओ विनीता सिंह ने इसकी जांच रिपोर्ट तैयार कर मेरठ वन विभाग के उच्चाधिकारियों को भेज दी थी. डीएफओ विनीता सिंह ने बताया कि पूरे मामले में अब कार्रवाई करते हुए दरोगा अजित भड़ाना को निलंबित कर दिया गया है. व्हाट्सएप पर भेजा गया उनका इस्तीफा अफसरों ने निरस्त कर दिया है. वीडियो वायरल होने के बाद डीएफओ ने भी उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. विभागीय स्तर से अभी उनके खिलाफ जांच जारी है. बताया गया कि वन दरोगा ने आचरण नियमावली का उल्लंघन किया है, जिसके चलते निलंबन की कार्रवाई हुई है.
35 साल से वन विभाग में कर रहे हैं नौकरीबहरहाल, वन विभाग के दरोगा अजीत भड़ाना के इस्तीफे की घोषणा का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. वह वन विभाग में पिछले 35 साल कार्यरत हैं.

आपके शहर से (बुलंदशहर)

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Bjp government, Bulandshahr news, Bulandshahr police, CM Yogi, Samajwadi Party समाजवादी पार्टी, Up forest department, Yogi government

[ad_2]

Source link