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रिपोर्ट: अभिषेक जायसवाल
वाराणसी: जीएसटी परिषद ने खाने-पीने की चीजों के साथ ही 1 हजार रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल और 5 हजार से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर जीएसटी लगाया है. जीएसटी परिषद के इस फैसले के बाद अब व्यापारियों में खासा नाराजगी देखने को मिल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के व्यापारिक संगठन इसको लेकर लामबंद हो गए हैं और मोदी सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर खाने-पीने की चीजों से जीएसटी वापस लेने की मांग की है. इसके साथ ही व्यापारियों ने यह भी कहा कि यदि जीएसटी परिषद ने अपना ये फैसला वापस नहीं लिया तो सड़कों पर आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो बनारस बंद भी करेंगे.
व्यापारी नेता और महानगर उद्योग व्यपार मंडल के अध्यक्ष प्रेम मिश्रा ने बताया कि जीएसटी परिषद के इस फैसले का असर सीधे तौर पर आम लोगों की थाली पर पड़ रहा है और उससे रोजमर्रा की चीजें महंगी हो रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि इन चीजों से तत्काल जीएसटी को वापस लिया जाए. व्यापारी नेता और यूपी रोलर फ्लोर मिल के एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक कुमार बजाज ने बताया कि खाद्यान्न सामग्री पर पहली बार टैक्स लगाया गया है जो पूरी तरह से गलत है और हम व्यापारियों की मांग है कि इसे तत्काल समाप्त किया जाए.
ये संगठन आए साथबताते चलें कि जीएसटी के इस नए कानून को लेकर वाराणसी के सभी व्यापारिक संगठन एकजुट होकर आंदोलन के मूड में हैं. इसमें इंडियन इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, स्मॉल इंड्रस्टीज एसोसिएशन, रामनगर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, महानगर उद्योग व्यापार मंडल, वाराणसी व्यापार मंडल, यूपी रोलर फ्लोर मिल एसोसिएशन, काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल, टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अलावा अन्य संगठन भी साथ हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Gst, Uttar pradesh news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2022, 12:45 IST

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