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सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. पूरे प्रदेश में इन दिनों नगर निकाय चुनाव जारी है. प्रथम चरण में कई जनपदों में चुनाव संपन्न हो गए हैं, तो वहीं दूसरे चरण की तैयारी में राजनैतिक पार्टियों के नेता दमखम लगा रहे हैं. हम आज बात करेंगे मंदिर और मूर्तियों की नगरी अयोध्या की जहां एक महंत ने महंत पर भरोसा जताया है. आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे आखिर महंत ने महंत पर क्यों भरोसा जताया और इसी सवाल पर क्या कहते हैं अयोध्या के साधु संत. अयोध्या में भाजपा ने भगवान राम के गुरु वशिष्ठ पीठ के महंत गिरीश पति त्रिपाठी को अयोध्या से मेयर का टिकट दिया है.अब हम आपको बताने जा रहे हैं महंत को महंत क्यों पसंद आए. दरअसल, तीन कलश मंदिर वशिष्ठ पीठ मानी जाती है. धार्मिक मान्यता है कि महंत गिरीश पति त्रिपाठी भगवान रामलला के गुरु वशिष्ठ के पीठ के महंत हैं. लिहाजा भगवान राम के गुरु के पीठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी आस्था है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास को धार देने के लिए साफ-सुथरी छवि के चेहरे को चुना है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 60 बार से ज्यादा अयोध्या आ चुके हैं. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास की कमान खुद संभाली है. शायद यही वजह है कि मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ ने एक महंत के ऊपर विश्वास कर अब अयोध्या शहर की सरकार की कमान संभालने की ठानी है.भगवान की कृपा से मिला टिकटइतना ही नहीं जब महंत ने महंत के ऊपर भरोसा किया तो महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने भी News18 से खुलकर बातचीत की उन्होंने कहा कि वशिष्ठ पीठ का सांस्कृतिक और धार्मिकता का पुराना इतिहास रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे बारे में जो भी जानकारी रखते हैं. इसके बारे में हमें जानकारी तो नहीं है लेकिन उनकी पसंद जग जाहिर है. मेरे ऊपर भगवान की बड़ी कृपा है. उन्होंने हमें इस योग्य समझा काफी दिनों से यह मांग थी जो अयोध्या की सांस्कृतिक चीजें हैं जो सांस्कृतिक मूल्य हैं. इसका प्रेजेंटेशन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कैसा हो. ऐसी कोई योजना रही होगी तभी एक महंत ने एक महंत को अयोध्या का मेयर के लिए टिकट दिया.राम राज्य की स्थापना के लिए बनाया जा रहा माहौलवहीं तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में इस बार भारतीय जनता पार्टी से मेयर पद के लिए एक महंत का चयन किया गया. इन दिनों यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षनाथ पीठ के महंत हैं तो लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि महंत को महंत क्यों पसंद आ रहे हैं. इसका तात्पर्य ही है कि अयोध्या के वशिष्ठ पीठ के पीठाधीश्वर महंत गिरीश पति त्रिपाठी भी एक महंत है. अयोध्या में राम राज्य की स्थापना के लिए उसी तरह से माहौल बनाना होगा. जो अयोध्या की महिमा और गरिमा को समझता हो और उस को बरकरार रखे बनाए रखें जनता को स्वरूप से सम्मान दे सके, शायद यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ ने एक महंत के ऊपर भरोसा जताया है.साधु-संतों ने किया महंत गिरीश पति त्रिपाठी  का समर्थनस्थानीय संत दिवाकर आचार्य ने कहा कि अगर धार्मिक दृष्टि से एक महेंद्र को देखा जाए तो उनका जीवन पर्सनल कुछ नहीं रहता है. वह सार्वजनिक हो जाता है. जिस प्रकार से गोरक्षनाथ पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को समान रहे हैं. उसी तरह अब अयोध्या की सरकार को तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी सवारेंगे. हालांकि पहले अयोध्या के साधु संतों की मांग थी कि यहां का प्रतिनिधित्व करने वाला एक महंत हो शायद यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में अयोध्या के साधु-संतों की बात को रखने के लिए अयोध्या के सबसे प्रसिद्ध पीठ वशिष्ठ पीठाधीश्वर गिरीश त्रिपाठी को मेयर के लिए मैदान में उतार दिया है. इतना ही नहीं अयोध्या के साधु संत उनका पुरजोर समर्थन भी कर रहे हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 06, 2023, 21:29 IST

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