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सौरभ वर्मा / रायबरेली. रायबरेली वासियों के लिए उनके स्वास्थ्य से जुड़ी बेहद खास खबर है.. क्योंकि जनपद के लोगों को अभी तक अल्ट्रासाउंड के लिए निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के चक्कर लगाने पड़ते थे अब यह व्यवस्था महिला जिला चिकित्सालय में शुरू हो गई है. जिसका सीधा लाभ जनपद की महिलाओं को मिलेगा. क्योंकि अभी तक महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए बाहर जाना पड़ता था. लेकिन अब यहां पर रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग ने कर दी है. जिससे अब उन्हें निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

रायबरेली के जिला महिला चिकित्सालय में वर्ष 2019 के जुलाई माह में यहां तैनात रेडियोलॉजिस्ट की स्थानांतरण के बाद से अल्ट्रासाउंड जांच बंद हो गई थी. क्योंकि रेडियोलॉजिस्ट की कमी के चलते इस पद पर किसी की तैनाती नहीं हो सकी थी. जनपद के कई जनप्रतिनिधियों ने पत्राचार के माध्यम से सरकार से यह मांग की थी कि जिला महिला चिकित्सालय रायबरेली में एक स्थाई रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती की जाए. जिससे जनपद के लोगों को निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के चक्कर न काटने पड़े. इसी के चलते यूपी सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जिससे रायबरेली जनपद में स्थित जिला महिला चिकित्सालय को भी रेडियोलॉजिस्ट मिल गए हैं.

जांच के लिए नहीं जाना पड़ेगा बाहर

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत रेडियोलॉजिस्ट डॉ विष्णु कांत ओझा की नियुक्ति की गई है. जल्द ही वह यहां पर रेडियोलॉजिस्ट के पद पर ज्वाइन करेंगे. जिसके बाद जनपद की महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही जरूरतमंद महिलाओं को इस जांच में काफी आसानी होगी.

जिला महिला चिकित्सालय में आने वाली महिलाओं को मिलेगी सहूलियत

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रेनू चौधरी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 900 से 1000 महिलाएं ओपीडी में आती है जिनमें से 40 परिषद महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच की सलाह दी जाती है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत यहां पर रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती हो जाने से इन महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच में काफी सहूलियत मिलेगी.
.Tags: Latest Medical news, Raebareli News, UP news, WomenFIRST PUBLISHED : June 11, 2023, 12:37 IST

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