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Tunisia vs France FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप 2022 फैंस को रोज ही रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं. नॉकआउट में पहले ही जगह बना चुके गत चैंपियन फ्रांस को बुधवार को यहां शुरुआती एकादश में नौ बदलाव का खामियाजा ट्यूनीशिया के खिलाफ 0-1 की हार के साथ भुगतना पड़ा लेकिन इस जीत के बावजूद अफ्रीकी टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. 
इस प्लेयर ने दिलाई जीत  
दोहा के एजुकेशन सिटी स्टेडियम में दुनिया की 30वें नंबर की टीम ट्यूनीशिया ने फ्रांस पर अधिकांश समय दबदबा बनाए रखा और कप्तान वाहबी खाजरी ने 58वें मिनट में मौजूदा टूर्नामेंट में टीम का पहला गोल दागकर उसे जीत दिलाई. इस हार से भले ही ग्रुप में फ्रांस की स्थिति पर असर नहीं पड़ा हो, लेकिन निश्चित तौर पर यह शिकस्त उसके लिए शर्मनाक है. 
गोल हुआ था रिजेक्ट 
फ्रांस के लिए इंजरी टाइम के आठवें मिनट में एंटोनी ग्रिजमैन ने गोल दाग दिया था लेकिन वह ऑफ साइड हो गए जिससे गोल को नकार दिया गया. छठी बार विश्व कप में खेल रहे ट्यूनीशिया की विश्व कप में यह सिर्फ तीसरी जीत है और इस दौरान टीम कभी नॉकआउट में जगह नहीं बना पाई. उसने पहली जीत 1978 में मैक्सिको के खिलाफ और दूसरी जीत चार साल पहले रूस में पनामा के खिलाफ दर्ज की थी. 
हारकर भी फ्रांस ने किया क्वालीफाई 
ग्रुप डी में फ्रांस की टीम ट्यूनीशिया के खिलाफ हार के बावजूद तीन मैच में दो जीत से छह अंक के साथ शीर्ष पर रही. ऑस्ट्रेलिया के भी तीन मैच में दो जीत से छह अंक रहे, लेकिन फ्रांस की टीम प्लस तीन के गोल अंतर के कारण उससे आगे रही. 
ट्यूनीशिया ने दिखाया दम 
ट्यूनीशिया ने अपने अभियान का अंत तीन मैच में एक जीत, एक ड्रॉ और एक हार से चार अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए किया, जबकि यूरोपीय चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचा डेनमार्क तीन मैच में एक ड्रॉ और दो हार के बाद एक अंक के साथ निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए अंतिम पायदान पर रहा. 
डिफेंडिंग चैंपियन है फ्रांस 
चार दिसंबर को होने वाले प्री क्वार्टर फाइनल में अब फ्रांस का सामना ग्रुप सी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से होगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया ग्रुप सी में शीर्ष पर रहने वाली टीम से भिड़ेगा. मौजूदा चैंपियन फ्रांस 1998 में पहला विश्व कप जीतने के बाद ग्रुप चरण में कभी अपने तीनों मैच नहीं जीत पाया है. उसने 1998 में ग्रुप चरण के तीनों मैच जीते और फिर खिताब भी हासिल किया। मौजूदा कोच दिदिएर डेसचैम्प्स उस समय टीम के कप्तान थे. 
जीत के थी दावेदार 
दोनों टीम के अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए फ्रांस की टीम जीत की प्रबल दावेदार थी लेकिन उसने मौजूदा टूर्नामेंट में तीन गोल करने वाले काइलन एमबापे और दो गोल करने वाले ओलीवियर गिरोड के अलावा एंटोनी ग्रिजमैन को भी शुरुआती एकादश में शामिल नहीं किया. 
ट्यूनीशिया ने की आक्रामक शुरुआत 
ट्यूनीशिया ने मुकाबले की आक्रामक शुरुआत की और फ्रांस की रक्षा पंक्ति को शुरू से ही दबाव में डाल दिया. शुरुआती एकादश में नौ बदलाव का असर फ्रांस के प्रदर्शन में दिखा. ऐसा लगा कि ट्यूनीशिया ने शुरुआत में ही फ्रांस की रक्षा पंक्ति की कमजोरी को भांप लिया और इसका फायदा उठाने की पूरी कोशिश की. 
(इनपुट: भाषा)
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