[ad_1]

हाइलाइट्सयाची अधिवक्ता का आरोप है कि डीएम वाराणसी के रवैए के चलते 16 ऊंटों में से एक की 24 जुलाई को मौत हो गई.दो ऊंटों की हालत खराब है. चीफ जस्टिस से तत्काल हस्तक्षेप कर ऊंटों के जीवन रक्षा करने की मांग की गई है.पत्र याचिका में डीएम वाराणसी ने एसीजेएम वाराणसी के आदेश के विपरीत प्रशासनिक आदेश पारित किया.प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने चीफ जस्टिस राजेश बिंदल को पत्र याचिका भेज कर तस्करों के कब्जे से मुक्त कराए गए ऊंटों के संरक्षण की मांग की है. उन्होंने पत्र याचिका में डीएम वाराणसी की लापरवाह रवैये पर भी हस्तक्षेप की मांग की है. पत्र याचिका में आरोप लगाया गया है कि एसीजेएम वाराणसी के आदेश की डीएम वाराणसी की ओर से अवहेलना की गई है.
याची अधिवक्ता का कहना है कि डीएम वाराणसी के मनमाने रवैए के चलते 27 जून को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराए गए 16 ऊंटों में से एक ऊंट की 24 जुलाई को मौत हो गई, जबकि दो ऊंटों की हालत बेहद खराब है. पत्र याचिका में चीफ जस्टिस से तत्काल हस्तक्षेप कर ऊंटों के जीवन रक्षा करने की मांग की गई है पत्र याचिका में डीएम वाराणसी की ओर से एसीजेएम वाराणसी के आदेश के विपरीत प्रशासनिक आदेश पारित करने को संवैधानिक संकट बताया गया है.
Varanasi News: तस्करों से बचे तो मुसीबत के दलदल में फंसे 16 ऊंट, जानिए पूरा मामला
गौरतलब है कि एसीजेएम वाराणसी ने 7 जुलाई को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराए गए सभी 16 ऊंटों की कस्टडी गौ ज्ञान फाउंडेशन को सौंप दी थी. गौ ज्ञान फाउंडेशन को सभी ऊंटों को उनके अनुकूल वातावरण में सिरोही राजस्थान स्थित पीपुल फॉर एनिमल पशु आश्रय केंद्र व हॉस्पिटल पहुंचाना है. कोर्ट ने डीएम वाराणसी को सिरोही राजस्थान तक परिवहन की व्यवस्था करने का आदेश दिया था. जिसके खर्च की वसूली तस्करी के आरोपियों व जब्त गाड़ी से की जा सकेगी.
सरकार ने पशुओं के स्थानांतरण के लिए फंड नहीं दियालेकिन डीएम वाराणसी ने 13 जुलाई को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि सरकार ने पशुओं के स्थानांतरण के लिए फंड नहीं दिया है. डीएम ने गौ ज्ञान फाउंडेशन को ही सारा परिवहन खर्च वाशहन करने का निर्देश दे दिया. इसी बीच 24 जुलाई रविवार को एक 5 वर्ष की ऊंटनी की मौत हो गई. जबकि दो ऊंटों की सेहत खराब है.
पत्र याचिका में अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने तस्करों के कब्जे से मुक्त कराए गए ऊंटों का जीवन बचाने की गुहार लगाई है. आपको बता दें कि 27 जून को राजस्थान से वाराणसी के रास्ते ऊंटों को पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था. कुर्बानी के लिए ले जाए जा रहे ऊंटों का मुंह रस्सी से बांधकर एक ही गाड़ी में ले जाया जा रहा था. जिसे गौ ज्ञान फाउंडेशन की स्वयंसेविका आर लता देवी की मदद से वाराणसी जिले की रामनगर पुलिस ने पकड़ा था और ऊंटों को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराया था.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Camel milk, Prayagraj News, Varanasi DM, वाराणसीFIRST PUBLISHED : July 25, 2022, 23:41 IST

[ad_2]

Source link