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Habits Cause Joint Pain: आपने अक्सर देखा होगा कि सर्दियों के मौसम में जोड़ों का दर्द या फिर गठिया की समस्या अधिक बढ़ जाती है. लोगों को जोड़ों का दर्द होना इन दिनों आम हो गया है. बच्चे हों या बूढ़े जोड़ों का दर्द किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकत है. ज्यादातर हम इस दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन कई बार इसके चलते आसपास की मांसपेशियां, टेंडन और लिगामेंट्स के कमजोर होने के साथ ही जोड़ों के आसपास की कार्टिलेज और हड्डी भी अधिक कमजोर होने लगती है. आपको बता दें जोड़ों में दर्द का सबसे बड़ा कारण है हमारे दैनिक कार्य में हो रही कुछ गलतियां. रोजाना की कुछ आदतें आपके जोड़ों पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं. आज हम इनपर बात करेंगे जिससे आप इन आदतों को जल्द ही अलविदा कह दें…
1. दर्द को नजरअंदाज करनाजब कभी आप भारी सामान उठाते हैं, या फिर अधिक व्यायाम कर लेते हैं, तो इन कारणों से भी जोड़ों में दर्द होने लगता है. दरअसल, गलत तरीके से काम करने पर भी जोड़ों में दर्द होता है. इससे आपके पूरे शरीर या जोड़ों सहित शरीर के किसी विशेष अंग में दर्द हो सकता है. कभी-कभी यह दर्द जल्दी ठीक हो जाता है. लेकिन कई बार ये दर्द आपको अधिक समय तक परेशान करता है. इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और इलाज के लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
2. अधिक वर्कआउट करनाहेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि व्यायाम और वर्कआउट करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है. लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो आपके स्वास्थ्य और शरीर को ये बुरा परिणाम दे सकता है. अगर आप जिम शुरू करते हैं तो इसे धीरे-धीरे और हल्के ढंग से शुरू करें. इसके अलावा आप हल्की स्ट्रेचिंग और रनिंग से शुरुआत कर सकते हैं.
3. तनाव में रहनातनाव यानी स्ट्रेस आजकल किसी के जीवन का हिस्सा बन चुका है. लोग ऑफिस, बिजनेस या फिर घर के काम को लेकर अधिक तनाव में रहने लगे हैं. छोटी से छोटी दिक्कत में भी लोग तनाव में आ जाते हैं. तो आपको बता दें, ये आपके जोड़ों में दर्द का कारण बन सकता है. जी हां, इसलिए अपनी आदत को तुरंत बदलें. दरअसल, जब आप तनावग्रस्त होते हैं, तो आपका शरीर कुछ ऐसे रसायन छोड़ता है जो जोड़ों में सूजन पैदा करते हैं. इसके अलावा तनाव के कारण आपका शरीर कमजोर होने लगता है. आप व्यायाम, ध्यान, योग जैसे कई तरीकों से स्ट्रेस कम करने की कोशिश कर सकते हैं.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है. 

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