[ad_1]

Indian Team: भारत में कई बदकिस्मत क्रिकेटर्स ऐसे हैं, जिन्हें टैलेंटेड होने के बावजूद टीम इंडिया में ज्यादा मौके नहीं मिल पाते, लेकिन इसके उलट कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन पर भारतीय टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई बहुत मेहरबान है. भारत का एक क्रिकेटर ऐसा है, जिसने टीम इंडिया में मिले बहुत से कीमती मौकों की बर्बादी की है. हालांकि अब ऐसा वक्त आया है, जब इस खिलाड़ी की टीम इंडिया में जगह पर भी तलवार लटकी हुई है. श्रीलंका के खिलाफ नए साल पर 3 जनवरी से शुरू होने वाली टी20 और वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया में ऋषभ पंत को खराब फिटनेस के कारण बाहर रखा गया है. अब इसको लेकर भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने अपने एक बयान से तहलका मचा दिया है.  
टीम इंडिया के इस बल्लेबाज ने हद से ज्यादा की मौकों की बर्बादी
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘शायद ऋषभ पंत को अब व्हाइट-बॉल क्रिकेट में अपने मौके का इंतजार करना होगा. फिलहाल, उन्हें टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए. हम जानते हैं कि उनके पास टैलेंट है, लेकिन उन्हें व्हाइट-बॉल क्रिकेट में काफी मौके मिल चुके हैं, जहां उन्हें बल्लेबाजी के लिए मिडिल ऑर्डर में रहने के लिए कहा गया था. टीम मैनेजमेंट ने उन्हें सफल बनाने के लिए हरसंभव कोशिश की है या उन्हें सफेद गेंद वाले क्रिकेट में ऐसा करने के लिए मंच दिया है, लेकिन दुर्भाग्य से इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ है.’
भारतीय दिग्गज ने अपने बयान से मचाया तहलका
गौतम गंभीर ने कहा, ‘ऋषभ पंत को टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, जबकि उन्हें वनडे और टी20 क्रिकेट में फिर से जगह बनाने का इंतजार करना होगा. ऋषभ पंत के टेस्ट रनों की तुलना में उनके वनडे और टी20 क्रिकेट में उतने अच्छे रन नहीं हैं. इसलिए ईशान किशन, संजू सैमसन, केएल राहुल जैसे खिलाड़ी ने वनडे में विकेटकीपिंग की है, वे अब ऋषभ पंत से आगे हैं. ईशान किशन को देखिए, जब उन्हें मौका मिला, तो उन्होंने वनडे में दोहरा शतक बनाया, तो कैसे क्या आप उसके जैसे किसी खिलाड़ी को नजरअंदाज कर सकते हैं?’
वनडे और टी20 करियर पर लटकी तलवार 
आगामी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक ऋषभ पंत का वनडे और टी20 से बाहर होना है. हालांकि रिपोर्ट्स में उन्हें एनसीए को एक शक्ति और अनुकूलन कार्यक्रम के लिए रिपोर्ट करने को कहा गया था, लेकिन भारत की सफेद गेंद वाली योजना में पंत का भविष्य अनिश्चित है. 2022 में, पंत ने 25 टी20 में 132.84 के स्ट्राइक रेट से 21.41 की औसत से 364 रन बनाए. इस साल 12 वनडे मैचों में, उन्होंने 37.33 की औसत और 96.55 की स्ट्राइक रेट से 336 रन बनाए. लेकिन टेस्ट में, पंत अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर रहे हैं. उन्होंने 12 पारियों में 61.81 की औसत और 90.90 की स्ट्राइक-रेट से 680 रन बनाए हैं.
उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम ये खिलाड़ी 
ऋषभ पंत के अलावा, दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल टेस्ट, वनडे और टी20 में फिसड्डी साबित हुए हैं. टी20 वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन के बाद अब राहुल श्रीलंका के खिलाफ टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि वह वनडे टीम में हैं. राहुल अब उपकप्तान नहीं हैं, हार्दिक पांड्या को रोहित शर्मा के उपकप्तान के रूप में नामित किया गया है. हाल ही में बांग्लादेश पर 2-0 की टेस्ट सीरीज जीत में, राहुल ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. चार टेस्ट पारियों केवल 14.25 का औसत 22, 23, 10 और 2 रन बनाए. गंभीर ने इस दौरान राहुल को करीब से देखा है. आईपीएल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर ने जोर देकर कहा कि सबसे छोटे प्रारूप में वापसी करने के लिए राहुल को अपनी शैली में बदलाव करना होगा.’
खुद को साबित करने की जरूरत
गौतम गंभीर ने कहा, ‘केएल राहुल में क्षमता है. अगर उनके जैसा खिलाड़ी दो या तीन टी20 शतक बनाता है और लॉर्ड्स या दक्षिण अफ्रीका में सलामी बल्लेबाज के रूप में शतक बनाने की क्षमता रखता है और उसने मुंबई शहर में मुंबई (इंडियंस) के खिलाफ दो शतक भी बनाए हैं. इसलिए, उनके पास टी20, वनडे में शतक लगाने या टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में रन बनाने की क्षमता है, लेकिन उनका हालिया प्रदर्शन अच्छा नहीं होने के कारण, जो लोग अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें मौका दिया जाएगा.’ गौतम गंभीर ने कहा, ‘मैंने हमेशा माना है कि वह हर तरह की प्रतिभा है. अगर कोई है जो केएल राहुल को खेलने से रोक सकता है, तो वह खुद केएल राहुल हैं. किसी को भी किसी को साबित करने की जरूरत नहीं है, खासकर केएल राहुल को. उन्हें जो प्रतिभा दिखानी थी, वह दिखा चुके हैं.’
(Source Credit – IANS)
पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi – अब किसी और की ज़रूरत नहीं

[ad_2]

Source link