उफ्फ यह दुख! बड़े के बाद छोटे बेटे ने किया सुसाइड, बहू ने बेचा घर, भटकने को मजबूर हुई 75 साल की विधवा

उफ्फ यह दुख! बड़े के बाद छोटे बेटे ने किया सुसाइड, बहू ने बेचा घर, भटकने को मजबूर हुई 75 साल की विधवा

[ad_1] शाश्वत सिंह/झांसी: हिंदी भाषा में एक कहावत है “आंखों का पथरा जाना”. इस कहावत का मतलब है कि दुख इतना बढ़ जाए की आंख से आंसू भी ना निकले. कुछ ऐसी ही स्थिति है झांसी की रहने वाली सरोज गुप्ता की. 75 साल की सरोज के छोटे बेटे दीपेश गुप्ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर...