“शुरू मजबूरी में किया था, अब मजा आने लगा है”, दिलचस्प है IFS कैलाश प्रकाश की कहानी 

“शुरू मजबूरी में किया था, अब मजा आने लगा है”, दिलचस्प है IFS कैलाश प्रकाश की कहानी 

[ad_1] शाश्वत सिंह/झांसी: एक फिल्म का मशहूर डायलॉग है, “शुरु मजबूरी में किया था अब मजा आने लगा है”. कुछ ऐसी ही कहानी है झांसी में कार्य कर रहे एक इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी की. आईएफएस कैलाश प्रकाश झांसी में वन संरक्षक के तौर पर कार्यरत हैं. 1990 बैच के आईएफएस...