एक कोशिश मानवता के नामः गरीब और असहायों के दर्द का मरहम बनी ये संस्था, नहीं सोता है कोई भी भूखा

एक कोशिश मानवता के नामः गरीब और असहायों के दर्द का मरहम बनी ये संस्था, नहीं सोता है कोई भी भूखा

[ad_1] सनन्दन उपाध्याय/बलिया: कहा जाता है भूखे को अन्न और प्यासे को पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य है. इस नियम को शहर में तीन वर्षों से कार्यरत संस्था बखूबी निभा रही हैं. सड़क पर सोने वाले विक्षिप्त, गरीब और असहायो को भरपेट भोजन करवाने का बड़ा बीड़ा इस संस्था ने उठाया...