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सर्वेश श्रीवास्तव/ अयोध्या: अयोध्या में एक तरफ भव्य मंदिर बनकर तैयार है तो दूसरी तरफ अयोध्या के धार्मिक पर्यटन स्थलों की भी तस्वीर बदलने की तैयारी है. अयोध्या में स्थित 37 ऐसे मठ मंदिर और पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें पर्यटन सुविधा के अंतर्गत विकसित किया जाएगा. इसके लिए शासन की तरफ से लगभग 34 करोड़ों रुपए आवंटन भी हो गए हैं. राम मंदिर के आसपास ऐतिहासिक तथा पौराणिक मठ मंदिर समेत कुंडों का जीर्णोद्धार करने का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है.

यानी कि जब भगवान राम भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे, उसके पहले अयोध्या के मंदिर और आश्रमों का कायाकल्प हो चुका होगा. त्रेता युग में जब भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या का जो दृश्य था, कुछ ऐसा ही नजारा भगवान राम के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पहले अयोध्या में देखने को मिलेगा. शायद यही वजह है कि प्रदेश की योगी सरकार उन ऐतिहासिक और प्राचीन धार्मिक स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करने का प्रयास कर रही है.

इन 37 प्रमुख मठ-मंदिरों को किया गया चिन्हितअयोध्या की प्रमुख मठ मंदिर जिसका योगी सरकार प्रथम चरण में जीर्णोद्धार कराएगी उनमें से दशरथ महल, लक्ष्मण किला मंदिर, राम कचहरी मंदिर, जानकी घाट, हनुमान मंदिर, काले राम मंदिर ,नेपाली मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, छोटी देवकाली मंदिर, मयूर मंदिर ,रामलीला मंदिर, तिवारी मंदिर ,वेद मंदिर ,सिंघम मंदिर, बरेली मंदिर, रंग महल मंदिर शीश महल मंदिर इत्यादि ऐसे अयोध्या के 37 मठ मंदिर को चिन्हित किया गया है.

दिसंबर तक सारे कार्य होंगे पूरेअयोध्या के डीएम नीतीश कुमार बताते हैं कि प्रथम चरण में 37 धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया गया है, जिसने फसाद ट्रीटमेंट के अलावा पर्यटन सुविधाओं से विकसित किया जाएगा. अत्याधुनिक लाइटें लगाई जाएंगी, रेलिंग फुटपाथ बनाए जाएंगे, फसाद लाइटों से पूरा परिसर जगमग होगा. इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य में लगी कार्यदाई संस्था को निर्देशित भी कर दिया गया है दिसंबर तक सारे कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे.
.Tags: Ayodhya News, Local18, Religion 18, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : July 22, 2023, 21:22 IST

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