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हाइलाइट्सअयोध्या में केवल श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं, राष्ट्र मंदिर बन रहा है-स्वामी चिदानंद सरस्वती.उन बलिदानियों को शत-शत प्रणाम जिनके कारण आज ये दिन हम देख रहे-स्वामी चिदानंद.अयोध्या. News18 हिंदी-इंडिया के विशेष सम्मेलन -‘श्री राम महापर्व’ के आयोजन में सनातन आध्यात्मिक गुरु एवं संत स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अयोध्या में श्रीरामलला के मंदिर निर्माण को शाश्वत सत्य बताया है. उन्होंने कहा कि श्रीराम एक सत्ता नहीं, ये सत्य हैं. इस सत्य का चमत्कार है जो आज हम देख रहे हैं कि इतने संघर्षो के बाद ये सिद्धि प्राप्त हुई है.

आध्यात्मिक गुरु ने न्यूज 18 द्वारा आयोजित किए जा रहे ‘श्रीराम महापर्व’ को लेकर कहा, एक समय था महाभारत का युद्ध हुआ 18 दिन तक वो युद्ध चला और आज पुनः News18 ने ये 18 का अंक अपने आप में ही एक विजयकारी और परिवर्तनकारी नंबर है. हमारे भागवत गीता के अध्याय भी 18 हैं, लेकिन एक महाभारत युद्ध हो गया. आज महाभारत की नहीं आज महान भारत के निर्माण की बात है. News18 ने अयोध्या में सरयू के इस पावन तट पर जो प्रारंभ किया है ये अपने आप में आरधकारी है.

स्वामी ने आगे कहा, 500 वर्षों की तपस्या सबसे पहले मैं उन सभी बलिदानियों को उन आस्थावान महापुरुषों को जिन्होंने भगवान् श्री राम जो रोम रोम में राम है. उन सबके लिए जो हम सबके आराध्य हैं और अपना जीवन आहूत कर दिया, उनको और सभी संतों को प्रणाम करते हुए, जिन्होंने इस यज्ञ की ज्वाला में अपनी आहुतियां प्रदान कीं और आज भी और लगातार अपने शब्दों की आस्था के समर्पण की आहुतियां प्रदान कर रहे हैं, उसी का प्रताप है.

चिदानंद स्वामी ने कहा, हजारों साल पूर्व भगवन श्री राम का प्राकट्य और कुल ये 500 साल की साधना, मुझे जो याद आ रहा है कि 45 साल पूर्व जब अमेरिका में हमने वहां पर एक मंदिर का निर्माण किया, उसमें विश्व प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा जी वहां पर आए और गीत गाए कि मेरे मन में राम.. मेरे तन में राम… मेरे रोम रोम में राम रहे… ये गीत गया उन्होंने, मुझे आज भी याद है वो 45 सालों की गूंज. आज भी अमेरिका के उन सभी दिलो में वो आवाज़ गूंजती है, क्योंकि भगवान श्रीराम एक सत्ता नहीं, ये सत्य हैं. इस सत्य का चमत्कार है जो आज हम देख रहे हैं कि इतने संघर्षो के बाद ये सिद्धि प्राप्त हुई है.

स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा, भगवान श्रीराम लला विराजमान होने जा रहे हैं. मुझे तो ये लगता है कि ये केवल श्रीराम मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसकी स्थापना की भगवान श्रीराम ने इसलिए रोम रोम में राम. आप भगवान श्री राम का स्वरूप देखिये, ये कोई सत्ता का स्वरूप नहीं है, वो सच मानिये तो भक्ति की जो शक्ति है, उसके स्वरूप का दर्शन होता है. चिदानंद सरस्वती ने कहा कि हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत से आगे नेक भारत की ओर ले जाएं.
.Tags: Ayodhya News, Ayodhya Ram Temple, News 18, UP newsFIRST PUBLISHED : December 16, 2023, 15:43 IST

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