[ad_1]

आयुष तिवारी/कानपुर: उमसभरी गर्मी और बारिश के बीच शहर में डेंगू की दस्तक शुरू हो गई है. कानपुर में तीन दिन के अंदर तीन मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने महामारी से बचने के लिए अस्पतालों में व्यवस्था करनी शुरू कर दी है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में तीन वार्डो को डेंगू और मलेरिया के लिए बनाया गया है. वार्डों में सभी बेड के साथ मेंमच्छरदानी भी लगाई गई है.

कानपुर में डेंगू के मरीजों के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपना सर्वे शुरू कर दिया है. शुरुआती सर्वे के मुताबिक हर 10वें घर में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर पाए जा रहे हैं. ऐसे में अगले दो महीने बेहद संवेदनशील माने जा रहे हैं. पिछले साल की बात करें तो जांच के दौरान 50 घरों में डेंगू के मच्छर मिले थे, इस बार संख्या काफी ज्यादा होने की संभावना है. शहर में जो तीन मरीज डेंगू के निकले थे, उसमें उन्नाव, चौबेपुर और यशोदानगर में डेंगू के केस रिपोर्ट किए गए थे. जिला मलेरिया अधिकारी ने व्यापक इंतजाम का प्रस्ताव किया है, जिससे मरीजों को मुश्किलें न झेलनी पड़ें.

डेंगू के लक्षणडेंगू बुखार के लक्षण इन्फेक्शन होने के 4-6 दिन बाद शुरू होते हैं. डेंगू के लक्षण इस तरह हैं, जैसे मरीज को बहुत तेज़ बुखार (तापमान 105 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच सकता है) जी मिचलाना या उल्टी आना, मांसपेशियों और जोड़ों में गहरा दर्द, सिरदर्द और आँखों के पीछे वाले भाग में गहरा दर्द, थकान, आसानी से खरोंच लगना या हल्का खून बहना.

डेंगू से बचने के उपायडेंगूबुखार एक वायरस है, इसलिए इसका कोई खास इलाज नहीं है. लक्षणों से राहत पाने करने के लिए डेंगू का इलाज कराने के बारे में जल्दी सोचना चाहिए. आपका प्राथमिक चिकित्सक या एक अच्छा डॉक्टर आपको राहत देने में मदद करने के लिए एक सही इलाज तय कर सकते हैं. चूंकि डेंगू को रोकने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है. इसलिए आप सावधानी बरतने वाले उपाय कर सकते हैं. जैसे कि मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट और क्रीम का उपयोग करना चाहिए. यह ध्यान रखना कि आपके आस-पास के वातावरण में पानी को ठहराने वाली चीजें मौजूद न हों, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना आदि.
.Tags: Kanpur news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 10:54 IST

[ad_2]

Source link