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Satwiksairaj Rankireddy: विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक सुनिश्चित करने के बाद उत्साह से ओतप्रोत भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि यह सत्र उनके और उनके युगल जोड़ीदार चिराग शेट्टी के लिए सपने जैसा रहा है और वह इसका अंत बड़ी उपलब्धि के साथ करना चाहते हैं. 
वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए पक्का किया पदक 
विश्व में सातवें नंबर की जोड़ी ने इस साल बेहतरीन प्रदर्शन किया. उन्होंने जनवरी में सुपर 500 इंडिया ओपन का खिताब जीता और फिर थॉमस कप में जीत में अहम भूमिका निभाई. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया. भारतीय युगल जोड़ी ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाकर अपने लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया है. सात्विक ने मैच के बाद कहा, ‘यह हमारे लिए सपने जैसा रहा है. इंडिया ओपन से शुरू होकर थॉमस कप और फिर राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक. मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं.’
वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली मेंस जोड़ी
सात्विक और चिराग की जोड़ी ने शुक्रवार को यहां विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला पदक पक्का करके नया इतिहास रचा. उन्होंने खिताब की प्रबल दावेदार और मौजूदा चैंपियन ताकुरो होकी और यूगो कोबायाशी की विश्व में दूसरे नंबर की जापानी जोड़ी को 24-22, 15-21, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. सात्विक ने कहा, ‘यह हमारे लिए बड़ी जीत है. हम लंबे समय से उनके खिलाफ नहीं खेले थे. वह मौजूदा विश्व चैंपियन हैं और हम उनके खिलाफ खेलना चाहते थे लेकिन हमें हमेशा शीर्ष वरीयता प्राप्त केविन (सुकोमुल्जो) और (मार्कस) गिडियोन का सामना करने का ही मौका मिला.’
उन्होंने कहा, ‘हम बेहद उत्साहित थे क्योंकि हम उनके खिलाफ अपने खेल का आकलन करना चाह रहे थे. हमने जिस तरह का खेल दिखाया उससे हम खुश हैं. हमने अपने पूर्व कोच टैन किम हेर से बदला चुकता किया और मुझे इसकी खुशी है.’
कोच ने निभाई अहम भूमिका
मलेशिया के टैन किम हेर ने भारत के युगल कोच के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय जोड़ी निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह इस समय जापानी युगल टीम के कोच हैं. भारतीय जोड़ी का सामना सेमीफाइनल में आरोन चिया और सोह वूई यिक की छठी वरीयता प्राप्त मलेशियाई जोड़ी से होगा. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के मिश्रित टीम प्रतियोगिता में वह इस जोड़ी से हार गए थे. सात्विक ने कहा, ‘हम यहां बड़ी उपलब्धि के साथ समापन करना चाहते हैं. हम केवल सेमीफाइनल तक ही सीमित नहीं रहना चाहते हैं। कल हम बदला चुकता करेंगे.’
सात्विक से पूछा गया कि कि वह अपनी उपलब्धियों में इस पदक को कहां आंकते हैं, उन्होंने कहा, ‘हमने अभी टूर्नामेंट का अंत नहीं किया है और हम आगे बढ़ना चाहेंगे लेकिन थॉमस कप की जीत शीर्ष पर रहेगी. अगर हम यहां खिताब जीतते हैं तो वह भी थॉमस कप की बराबरी पर होगा.’
(इनपुट: भाषा)

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