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रिपोर्ट – सृजित अवस्थी

पीलीभीत: यूं तो पीलीभीत टाइगर रिजर्व खास तौर पर वन्यजीव पर्यटन के लिए जाना जाता है. लेकिन यहां तमाम ऐसे धार्मिक स्थल भी स्थित हैं, जिनके आस पास के इलाकों में काफी अधिक मान्यता है. इनमें से एक है सेल्हा बाबा की दरगाह. इस दरगाह में सभी धर्मों के लोगों की काफी अधिक आस्था है.दरअसल इन दिनों पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की बारही रेंज स्थित सेल्हा बाबा दरगाह का 62वां सालाना उर्स मनाया जा रहा है. घने जंगलों में स्थित सेल्हा बाबा दरगाह का इतिहास सैकड़ो साल पुराना बताया जाता है. जानकारों के अनुसार इस मज़ार की स्थापना को लेकर कुछ ख़ास पुख़्ता जानकारी अब तक सामने नहीं आ सकी है. सैकड़ों सालों से इस मज़ार पर लोग अपनी आस्था अनुसार इबादत करते हैं.

मजार को लेकर यह किवदंती है कि कई सालों पहले जब पीलीभीत में बंजारा समुदाय के लोग नेपाल से पशु खरीद कर इस रास्ते अपने-अपने गांव लौटते थे. तब कई बार पशु रास्ता भटक कर जंगल में खो जाते थे. ऐसे में वे यहां पर आकर मन्नत मांगते थे. तो पशु खुद ब खुद जंगल से वापस लौट आया करते थे. तब से यहां के प्रति लोगों की आस्था गहराने लगी. समय के साथ दरगाह की प्रसिद्धि बढ़ने लगी और इस इलाके के अलावा अन्य जगहों के लोग भी यहां मन्नत मांगने आने लगे. आज की तारीख में प्रत्येक समुदाय के लोग अपनी मन्नतें सेल्हा बाबा के सामने रखते हैं. जिनके पूरा हो जाने के बाद यहां मुर्गा चढ़ाने का रिवाज है. अगर मज़ार के आस पास के व्यापारियों की मानें तो इस साल उर्स के दौरान 50,000 से भी अधिक मुर्गे चढ़ाए जाने की उम्मीद है.

आप भी ऐसे पहुंच सकते हैं दरगाह

अगर आप भी सेल्हा बाबा की दरगाह पर इबादत और मन्नत मांगने जाना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको पीलीभीत टाइगर रिज़र्व स्थित बाइफरकेशन प्वाइंट पहुंचना होगा. जहां से शारदा सागर डैम के रास्ते आप सेल्हा बाबा की दरगाह पहुंच सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Pilibhit news, UP newsFIRST PUBLISHED : March 12, 2023, 10:26 IST

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